हल्द्वानी। ग्रोईन विज़डम एकेडमी नियर चौफुला चौराहा जो कि नर्सरी टीचर्स ट्रैनिंग सेन्टर है का आज गणेश राणा ने विधिवत शुम्भारम्भ किया। इस दौरान क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे। एकेडमी की संचालिका ललिता कापड़ी ने कहा कि किसी भी देश का विकास उसकी शिक्षा प्रणाली पर निर्भर होता है। हर देश के लिए अपनी शिक्षा प्रणाली को मजबूत करना आवश्यक होता है। शिक्षा के स्तर को उच्च स्तरीय बनाने के लिए कुशल अध्यापकों की जरूरत होती है। अध्यापकों के कौशल को निखारने के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्स होते हैं। जिन कोर्सों के माध्यम से अध्यापक बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के काबिल बनते हैं। भारत में अध्यापक बनने से संबंधित कोर्सों में एक कोर्स का नाम है एनटीटी का एक डिप्लोमा कोर्स होता है। जिसकी अवधि 1 वर्ष की होती है। एनटीटी कोर्स के माध्यम से पूर्व प्राथमिक विद्यार्थियों को पढ़ाने वाला अध्यापक बना जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस डिप्लोमा के माध्यम से प्राइवेट टीचर के साथ-साथ सरकारी स्कूल में प्राथमिक अध्यापक भी बना जा सकता है। सरकारी अध्यापक के तौर पर इस कोर्स को प्राथमिक अध्यापक की वेतनश्रेणी में ही रखा जाता है। जिस कारण लोगों में इस कोर्स को करने की रुचि बढ़ रही है। आंगनबाड़ी की भर्ती प्रक्रिया में एनटीटी का डिप्लोमा सहायक होता है। आंगनवाड़ी में सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए भी यह कोर्स एक अच्छा विकल्प होता है। उन्होंने बताया कि बारहवीं कक्षा के बाद इस कोर्स में प्रवेश लिया जाता है। अब हल्द्वानी में भी चौफुला चौराहे के निकट इस संस्थान का शुम्भारभ किया गया है जिसमें आनलाईन के साथ ही आफलाईन ट्रैनिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। इस दौरान पूर्व दर्जा राज्य मंत्री खजान गुड्ड, मानस जोशी, पूजा जोशी, योगिता महर, जयन्ती राणा, रेखा नितवाल, गुंजन नितवाल, एल.डी.पन्त, जानकी तोलिया, इन्द्रा मर्तोलिया समेत क्षेत्र के दर्जनों लोग मौजूद थे।