हल्द्वानी। ऊधमसिंह नगर सिडकुल के अशोक लेलैंड में कार्य कर रहे अस्थायी कर्मचारी आज हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश के आवास पर मदद की गुहार लगाते हुए पहुँच गए। उन्होंने हल्द्वानी विधायक श्री हृदयेश को अपने साथ हो रहे अन्याय से अवगत कराया। साथ ही स्थायी नियुक्ति की मांग उठाई। कर्मचारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर गंभीर आरोप भी लगाये और कहा अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने बताया कि इससे पूर्व भी अशोक लेलैंड के सैकड़ों अस्थायी कर्मचारियों के साथ उन्होंने कंपनी गेट पर धरना प्रदर्शन किया और वह सफल रहा। हल्द्वानी विधायक ने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, कंपनी प्रबंधक और ऊधम सिंह नगर ज़िलाधिकारी युगल किशोर पंत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अशोक लेलैंड कंपनी और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय साँठगाँठ से सैकड़ों युवक और युवतियों को डिप्लोमा कराती हैं और उक्त सभी लोगों से फैक्ट्री में काम लिया जाता है। 9 साल का समय पूरा होने के बाद सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। कार्य पूर्ण होने के बाद जो डिग्री उनको दी जाती हैं वो अन्य फैक्ट्रियों में जाने पर मान्य नहीं होती। इस पूरे प्रकरण की जाँच के लिए हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने उधम सिंह नगर के ज़िलाधिकारी को फ़ोन किया तो ज़िलाधिकारी निरंकुश रवैया अपनाते हुए टालमटोल करते रहे। विधायक का आरोप है कि बाद में फोन उठाना ही बंद कर दिया
कहा कि पूर्व में फैक्ट्री प्रबंधक द्वारा आश्वासन दिया गया था कि सभी को स्थायी नियुक्ति दी जाएगी। पिछले कई माह से वह स्थायी नियुक्ति के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, इसके बावजूद अब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है। विधायक सुमित हृदयेश ने कहा अगर इन होनहारो के के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ और उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।