अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने मुजफ्फरनगर कांड की बरसी को काला दिवस एवं उत्तराखंड की सत्ता द्वारा जनता के साथ विश्वासघात दिवस के रूप में मनाया। गांधी पार्क अल्मोड़ा में सुबह से आयोजित इस धरने में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि जो सरकार व समाज अपने बलिदानियों और महिलाओं के साथ हुए अपमान के साथ न्याय नहीं कर पाएगा उसके दुर्दिन आने से कोई रोक नहीं सकता इसलिए उत्तराखंड की जनता को अपने अधिकारों के लिए आज एकजुट होकर राजनीतिक लड़ाई लड़ने की जरूरत है।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार उपपा कार्यकर्ताओं ने मुजफ्फरनगर कांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि दुनिया में शांति अहिंसा के अग्रदूत महात्मा गांधी के जन्मदिवस पर हुआ ये कांड कभी न मिटने वाला ये काला अध्याय है। वक्ताओं ने कहा कि इस जघन्य कांड के खलनायकों तत्कालीन मुजफ्फर नगर के जिलाधिकारी अनंत कुमार सिंह व तत्कालीन डीआईजी बुआ सिंह को उत्तरप्रदेश की सरकारों और दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्रियों ने संरक्षण देकर हमेशा उत्तराखंड की जनता की खिल्ली उड़ाई है।
धरना स्थल पर जनगीतों और सरकार विरोधी नारों के साथ प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले 22 वर्षों में उत्तराखंड की सरकारों ने राज्य में विकास व अच्छे दिनों के जो सपने दिखाए थे आज उपपा के दलित नेता जगदीश चंद्र की निर्मम हत्या में मुख्यमंत्री, जनप्रतिनिधियों व भाजपा की चुप्पी और अंकिता हत्याकांड में इस सरकार के संरक्षण में पल रहे अपराधियों ने इस सरकार का असली चेहरा बेनकाब कर दिया है और इसलिए इस सरकार ने सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है।
धरना स्थल में हुई सभा में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, केंद्रीय सचिव आनंदी वर्मा, अमीनुर्रहमान, एडवोकेट नारायण राम, राज्य आंदोलनकारी मोहन सिंह बिष्ट, उपपा की नगर अध्यक्ष हीरा देवी, बसंत राम, हेमा पांडे, किरन आर्या, रेखा आर्या, रमा आर्या, उत्तराखंड छात्र संगठन की नेता दीक्षा सुयाल, पूर्णिमा, युवा नेता गौरव समेत अनेक लोग शामिल थे।