देहरादून। ऋषिकेश कोतवाली के शांति नगर निवासी एक युवक की देहरादून स्थित नशा मुक्ति केंद्र में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। केंद्र के कर्मचारी देहरादून में पुलिस को सूचना दिए बिना मंगलवार की सुबह 3 बजकर 45 मिनट पर युवक के शव को घर ले आए। इससे परिवार में हड़कंप मच गया और पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने शव लेकर यहां आए एक महिला समेत पांच को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं, एक शख्स मौके से फरार हो गया।
ऋषिकेश के शांति नगर गली नंबर चार निवासी रजनीश कुमार (30 वर्ष) पुत्र सुरेश सिंह की इंजिनियर्स एनक्लेव देहरादून स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र में सोमवार को मौत हो गई। युवक के भाई ने बताया कि बीती 24 जनवरी को रजनीश कुमार को इस नशा मुक्ति केंद्र में भेजा गया था। बीती रविवार को रजनीश की मां बाला देवी उससे मिलने देहरादून नशा मुक्ति केंद्र में गई थी। वहां उपस्थित कर्मचारियों ने रजनीश से मां की मुलाकात नहीं कराई। सीसीटीवी कैमरे में उसे दिखाया गया, जिसमें वह सामान्य नजर आ रहा था। सोमवार की मध्य रात्रि रजनीश के घर में केंद्र कर्मचारी का फोन आया कि रजनीश की मौत हो गई है। शव को घर लेकर आ रहे हैं।
मंगलवार की अलसुबह नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारी रजनीश का शव लेकर उसके घर पहुंचे। घर में हड़कंप मच गया। जब उसकी मौत के बारे में पूछताछ की गई तो कोई भी स्पष्ट नहीं बता रहा था। साथ आए कर्मचारियों ने बताया कि रजनीश की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उसे चिकित्सालय भी ले गए थे मगर, वह बच नहीं पाया।
मृतक के भाई ने बताया कि एंबुलेंस में आए कर्मचारियों से जब हॉस्पिटल का पर्चा और उपचार संबंधी प्रपत्र मांगे तो वहां कुछ भी नहीं दिखा पाए। इस बात को लेकर वहां भीड़ जमा हो गई और मौके पर हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद कोतवाली पुलिस को मामले की सूचना दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया
वहीं, प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि शांति नगर निवासी रजनीश कुमार को देहरादून के बसंत विहार स्थित जीवन परिवर्तन नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती किया गया था। केंद्र के कर्मचारी शव लेकर घर पहुंचे थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।