नई दिल्ली। पूरे देश में सर्दियों का आगाज हो गया हैं। दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में हल्की ठंड का असर देखने को मिल रहा है। लेकिन दिन के समय होती गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि इस बार ठंड कितनी पड़ेगी। इसी सवाल का जवाब मौसम विभाग ने दे दिया है।
मौसम विभाग का कहना है कि इस बार की सर्दी में थोड़ी गर्मी रहने की उम्मीद की जा सकती है। दिसंबर से फरवरी के पूर्वानुमान में विभाग ने बताया कि उत्तर-पश्चिम और उत्तर पूर्वी भारत के कई हिस्सों में इस बार न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। इन सर्दियों में दक्षिणी प्रायद्वीपीय और मध्य भारत में न्यूनतम और अधिकतम तापमान दोनों सामान्य से नीचे रहेंगे।
हालांकि, यह उत्तरी भारत की कड़ाके की ठंड से कुछ राहत दे सकता है, लेकिन अगर तापमान में असामान्य वृद्धि हुई, तो रबी की खड़ी फसलों पर इसका प्रतिकूल असर पड़ सकता है। सब्जियों की तुलना में गेहूं पकने के दौरान उच्च तापमान के प्रति संवेदनशील होता है। विभिन्न पैमाने पर मौसम की परस्पर क्रिया के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान सामान्य से ऊपर रहेंगे, जिसमें ला-नीना की स्थिति भी शामिल है।
मौसम विभाग का कहना है कि कम बादल छाए रहने और औसत से कम बारिश के होने से सामान्य से ऊपर तापमान रहेगा। इससे दिन का तापमान अधिक रहेगा। उत्तर भारत की खड़ीं रबी फसलों जैसे गेहूं और सरसों पर हल्की गर्म सर्दियों के प्रभाव पर मौसम विभाग का कहना है कि प्रभाव फसल की अवस्था पर निर्भर करेगा और अभी इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। पिछले साल, कटाई से कुछ हफ्ते पहले गर्मी में अचानक वृद्धि के कारण भारत के गेहूं के उत्पादन में भारी गिरावट आई थी।