बेरीनाग में तीन लोगों की मौत: हत्या-आत्महत्या में उलझा चंचल के परिवार का मामला

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पिथौरागढ़। सीमांत जिला पिथौरागढ़ के बेरीनाग तहसील के गांव चचरेत गांव में एक ही परिवार के तीन लोगों की संदिग्ध मौत हो गई है। मरने वालों में पति, पत्नी और दो साल की मासूम बेटी शामिल है। मृतक महिला के मायके वालों के पहुंचने के बाद मामला संदिग्ध होने लगा है। सूचना मिलने पर एडीएम के नेतृत्व में राजस्व पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है।
जानकारी के मुताबिक बेरीनाग तहसील के चचरेत गांव निवासी नारायण सिंह मेहरा के पुत्र 25 वषीय चंचल सिंह मेहरा का चार साल पहले थल निवासी 22 वषीय सरिता के साथ विवाह हुआ था। उनकी दो साल को एक पुत्री गीतांजलि भी थी। चंचल प्राइवेट कंपनी में दिल्ली में नौकरी करता था। गांव में हर रोज होने वाले लङाई’-झगडे को देखते हुए उसने पत्नी और बेटी को किराए का कमरा लेकर बेरीनाग के नजदीक चौकोङी में रखा था। चंचल तीन दिन पहले ही दिल्ली से चौकोङी लौटा और कल गांव चचरेत चला गया।
इज सुबह जब चंचल के घर के दरवाजे नहीं खुले तो स्थानीय लोगों ने भीतर देखा। घर में चंचल महरा का शव घर के अंदर ही फंदे से लटका हुआ था। कमरे में उसकी पत्नी सरिता और बेटी गीतांजलि के शव बिस्तर पर पड़े थे। गांव बेरीनाग से 12 किलोमीटर दूर है। जहां पहुंचने के लिए तीन किलोमीटर पैदल जाना पडता है। स्थानीय लोगों ने राजस्व पुलिस को मामले की सूचना दी।
उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह राजस्व पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। घटना चौङमन्या पटवारी क्षेत्र कि है। एसडीएम ने चौङमन्या पटवारी को मामले की जांच करने को कहा है। इस बीच मृतक सरिता के मायके वाले भी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। उसके पिता चंद्रसिंह अधिकारी ने आरोप लगाया है कि तीनों ने आत्महत्या नहीं,बल्कि इनकी हत्या को गई है। उन्होंने परिवार के ही कुछ लोगों पर चंचल कै परिवार से रंजिशें रखने का आरोप भी लगाया है। कहा है कि इस कारण से उन्हें चौकोङी में रहना पङा। राजस्व पुलिस अभी हत्या और आत्महत्या में उलझ गई है।

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