डीआईजी का जन जागरूकता कार्यक्रम: युवाओं को नशे की गिरफ्त से निकलना होगा: भरणें

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पिथौरागढ़। कुमाऊं परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ. नीलेश आनंद भरणे दो दिवसीय भ्रमण पर यहां पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर बच्चों, युवाओं और आमजन को पुलिस की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पुलिस के अधिकारियों के साथ भी बैठक कर सीमांत में कानून व्यवस्था को लेकर भी चर्चा की।

बुधवार को डीआईजी कुमाऊं भरणे नगरपालिका के समीप स्थित रामलीला मैदान में आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्तमान में युवा नशे की गिरफ्त में फंस रहे हैं। इसके अलावा साइबर क्राइम के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में बच्चों के लिए सही मार्ग प्रशस्त करना पुलिस का कर्तव्य है। उन्होंने बच्चों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताया। कहा नशा शारीरिक और मानसिक दोनों के लिए खतरनाक है। उन्होंने लोगों को हेल्प लाइन नंबर 112, 1090, गोरा एप, उत्तराखंड पुलिस एप से भी अवगत कराया।

इस दौरान बच्चों ने डीआईजी कुमाऊं से कई सवाल भी पूछे और उन्होंने जवाब देते हुए बच्चों को शंकाओं को दूर किया। बाद में डीआईजी कुमाऊं भरणे पुलिस लाइन पहुंचे। यहां उन्होंने अधिकारियों के साथ मासिक बैठक की। उन्होंने उत्कृष्ठ कार्य करने वाले कांस्टेबल प्रदीप कुमार सहित कई कर्मियों को प्रशस्त्रित्त् पत्र देकर सम्मानित भी किया। इस बीच पुलिस कर्मी, परिजनों के बीच विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं भी हुई। देर शाम केएमओयू स्टेशन चौकी में रात्रि चौपाल के दौरान उन्होंने आमजन से वार्ता की। यहां एसपी लोकेश्वर सिंह, कोतवाल मोहन चंद्र पांडे आदि मौजूद रहे।

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