देहरादून। उत्तराखंड में यूकेएसएससी पेपर लीक मामले में एक और अपडेट सामने आया है। एसटीएफ ने गैंग के सरगना हाकम सिंह की संपत्ति का आंकलन करने के बाद गैंग के दो अन्य सदस्यों चंदन सिंह मनराल और अंकित रमोला की भी सम्पत्ति का आंकलन पूरा कर लिया है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि कुमाऊं के हाकम चन्दन मनराल निवासी रामनगर, नैनीताल ने वर्ष 2015 से अब तक परिक्षाओं की धांधली से लगभग 10 करोड़ 27 लाख, 16 हजार पांच सौ आठ रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित की है।
बता दें कि अवैध आय से चन्दन मनराल ने अपने व परिजनों के नाम पर 21 छोटे-बड़े वाहनों की खरीद फरोख्त की थी। इसमें 16 टैक्सी–ट्रेवलर वाहन, एक जेसीबी, एक स्कॉर्पियो, तीन दुपहिया वाहन शामिल हैं। इसके अलावा रामनगर के आसपास अचल सम्पत्ति एवं एक स्टोन क्रेशर भी परीक्षा दलाली के धंधे से खरीदा जाना प्रकाश में आया है। चन्दन मनराल एवं उसके परिजनों के विभिन्न बैंकों में जमा धनराशि को भी होल्ड कराया गया है।
वहीं गिरोह के दूसरे सदस्य अंकित रमोला जो कि हाकम सिंह का खास गुर्गा है, की प्रॉपर्टी की जांच करने में पाया कि उसने इस परीक्षा दलाली में करीब चालीस लाख रुपए की अवैध सम्पत्ति जुटाई है। परीक्षा धांधली गैंग के इन दोनों सदस्यों की संपत्ति के जब्तीकरण के लिए रिपोर्ट जिलाधिकारी, देहरादून को भेजी गई है। लेकिन इससे पूर्व हाकम सिंह की सम्पत्ति के जब्तीकरण का मामला अभी तक माननीय जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में विचाराधीन है।