रोडवेज कर्मचारियों ने 31जनवरी की आधी रात से संचालन ठप करने की धमकी, ठप्प किया संचालन

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हल्द्वानी। उत्तराखंड परिवहन निगम के कर्मचारियों ने सरकार पर राष्ट्रीयकृत मार्गो को प्राइवेट लोगों के हवाले करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन का बिगुल फूंका है। ऐलान किया है कि रोडवेज के सभी कर्मचारी संगठन 31 जनवरी की मध्य रात्रि से परिवहन निगम की सेवाओं का संचालन संयुक्त मोर्चा के बैनर तले ठप्प कर देंगे।
हल्द्वानी बस स्टेशन में रोडवेज कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर आंदोलन की रणनीति तैयार की।
कर्मचारियों ने आरोप लगाया की बीते दिनों निगम प्रबंधक द्वारा 6 सितंबर 2022 को एक आदेश जारी कर उत्तराखंड परिवहन निगम में सभी सक्रिय संगठनों द्वारा निगम हित व कर्मचारी हितों में किए जाने वाले क्रियाकलापों में
शासन से अनुरोध कर एस्मा लगवा दिया था। परिवहन निगम में सभी सक्रिय संगठन द्वारा निगम मुख्यालय का आदेशों का सम्मान करते हुए कोई भी धरना प्रदर्शन कार्यक्रम इत्यादि नहीं करे जा रहे थे। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि निगम प्रबंधक द्वारा एस्मा का बहाना बनाकर निगम तथा कर्मचारियों हितों के विपरीत हठधर्मिता का परिचय देते हुए कार्य करे जा रहे हैं। रॉयल्टी के आधार पर राष्ट्रीय कृत मार्गों को निजी हाथों में बेचने का प्रयास करा जा रहा है।
परिवहन निगम में अनुबंधित बसों को मानकों से अधिक बस बेड़े में शामिल किया जा रहा है अनुबंधित बसों में चालक परिचालक प्राइवेट ऑपरेटर के लिए जाने व पर्वतीय मार्गो पर अनुबंधित बसों के संचालन की अनुमति प्रदान करने परिवहन निगम के ढांचे के अंतर्गत स्वीकृत पदों के सापेक्ष उपनल पीआरडी के माध्यम से कर्मियों की प्रतिपूर्ति करने व विधि विपरीत संगठनों के कार्यालय के कमरों को खाली कराए जाने पूर्व में कार्यरत कर्मचारियों को नियमित ना करने
पर रोडवेज कर्मचारियों ने संयुक्त मोर्चा का गठन कर आंदोलन की रणनीति तैयार करने की योजना बनाई है। कर्मचारी संयुक्त रूप से प्रदेश स्तरीय बैठक में मौजूद रहें। जिसमें आगे के आंदोलन की रणनीति तैयार की गई।
संयुक्त मोर्चे ने कहा कि परिवहन निगम में कार्यरत समस्त संविदा विशेष श्रेणी चालक परिचालक तकनीकी संवर्ग के कर्मियों को निगम में नियमित किया जाए। परिवहन निगम की बसों का बस बेड़ा 2000 बसों का किया जाए जिस में अनिवार्य रूप से 1200 बसें निगम की हो। परिवहन निगम में रॉयल्टी योजना के तहत जो बसें संचालित की जा रही हैं उन पर तत्काल रोक लगाई जाए तथा भविष्य के लिए इस प्रकार की योजना को निगम हित में निरस्त किया जाए।
संयुक्त मोर्चा ने कहा कि अन्य विभागों की तरफ परिवहन निगम के मृतक आश्रितों को भी अनुकंपा के आधार पर नियमित नियुक्ति प्रदान की जाए। परिवहन निगम की परिसंपत्तियों के संरक्षण के संबंध में आईएसबीटी देहरादून का स्वामित्व परिवहन निगम को दिया जाए। सहस्त्रधारा रोड स्थित परिवहन निगम की संपत्ति पर निगम मुख्यालय का भवन निर्माण किया जाए। उत्तराखंड परिवहन निगम की जो भूमि लीज बिक्री के लिए प्रक्रिया में है उस पर अविलंब रोक लगाई जाए
कहा कि राज्य सरकारों/ मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार नये बस डिपो खोले जाएं। चार धाम यात्रा में परिवहन निगम का बस बेड़ा लगाया जाए। परिवहन निगम निर्देशक मंडल की बोर्ड बैठक अनिवार्य रूप से प्रति माह आयोजित की जाए जिसमें निगम तथा कर्मचारी हित के प्रस्ताव समय से पास होकर लागू हो सके
अवैध संचालन/ डग्गामार वाहनों पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के लिए प्रभावी कार्य योजना बनाई जाए। परिचालक संवर्ग से प्रोन्नति हेतु निर्धारित की गई किलोमीटर की बाध्यता को समाप्त किया जाए
,परिवहन निगम के कार्यालयों/ कार्यशाला हूं में किसी भी अन्य स्रोत से कर्मचारियों के लगाए जाने पर रोक लगाई जाए। कर्मचारियों के लंबित देयको का भुगतान किया जाए।
मांग उठाई कि परिवहन निगम के समस्त कर्मियों को न्यूनतम 10 लाख का बीमा विशेष श्रेणी संविदा कर्मचारियों का करा जाए। धरना प्रदर्शन में रुद्रपुर ,काशीपुर, रामनगर, हल्द्वानी, काठगोदाम,
भवाली, रानीखेत, अल्मोड़ा, डिपो के कर्मचारी मौजूद रहे। रोडवेज कर्मचारियों की हल्द्वानी बस स्टेशन परिसर में आयोजित बैठक का असर कुमाऊं के नैनीताल मंडल पूरी तरह बंद रहा 100 प्रतिशत बसों का संचालन प्रभावित रहा,आयोजित बैठक और धरना -प्रदर्शन के कारण आज 24 जनवरी को कोई भी सेवाएं संचालित नहीं हो पाई। संयुक्त मोर्चा के बैनर तले प्रांतीय संयोजक अशोक चौधरी, कमल पपनै, प्रेम सिंह रावत, दिनेश पंत, रविनंदन कुमार, विपिन चौधरी, जितेंद्र कुमार , किशन राम, भूपेंद्र अधिकारी, जगदीश कांडपाल, आन सिंह जीना, मुकेश वर्मा, कतिल अख्तर, एल डी पालीवाल, रघुवीर चौधरी, रामचंद्र, भगवान दास, नंद सिंह,
केदार जोशी, बालेस कुमार, राकेश कुमार, हंसा जोशी ,राजेश यादव, सतीश लाल, धर्मेंद्र यादव,राजेश कोहली,विक्रम डंगवाल, श्याम सिंह साही, मनोज मनराल, मनोज भट्ट , अनिल कुमार , राजेंद्र नेगी , अमित कुमार , रामप्रकाश यादव , जलील अहमद, नरेंद्र जोशी, दीपाल बिष्ट, सतनाम सिंह, अनवर कमाल ,मोहम्मद इमरान , अमनदीप, दयाल सिंह, दीवान लाल, जीवन सहित सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।

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