हल्द्वानी। उत्तराखंड में युवाओं के साथ रोजगार व अन्य मामलों में हो रहे अन्याय के खिलाफ कुमाऊं के ईष्ट देवता गोलज्यूं से न्याय पद यात्रा में सभी उत्तराखंड के युवा आमंत्रित किए गए हैं।
यात्रा आयोजक पीयूष जोशी ने बताया कि उत्तराखंड में जिस प्रकार नौकरी की बंदरबाट चल रही हैं, पैसे लेकर नौकरियों का सौदा किया जा रहा हैं। राज्य सरकार कोई ठोस कदम उठा नहीं पा रहीं हैं सीबीआई जांच की मांग को एक अरसा हो गया ।
सभी दोषियों को जमानत मिलती जा रही हैं और पेपर अभी भी लीक हो रहे हैं।
ऐसे में उत्तराखंड के युवाओं का सरकार से मोहभंग हो गया है और अब युवा कुमाऊं के न्याय के देवता गोलज्यूं के दरबार में न्याय की गुहार लगाने को मजबूर है क्योंकि पौराणिक मान्यताएं भी है की जब कही से भी सुनवाई न हो तो गोलज्यूं ही न्याय करते हैं।
श्री जोशी ने सभी उत्तराखंड के युवाओं की आवाज बुलंद करने और अपने हक के लिए इस न्याय यात्रा के यात्री बनने का आह्वान किया है। यह यात्रा 30 जनवरी को हल्द्वानी से शुरू होगी। रात्रि विश्राम भीमताल में होगा। 31 अगस्त को घोडाखाल गोलज्यू मंदिर में न्याय की गुहार लगाने के बाद यात्रा का समापन होगा।






