हरिद्वार। बहादराबाद के बढ़ेडी राजपूतान स्थित घर में लाखों रुपये की चोरी का पुलिस ने खुलासा किया है। आर्थिक तंगी के चलते पोते के दोस्त ने ही सोना-चांदी के आभूषणों की चोरी की थी। सोने-चांदी के आभूषण देखकर आरोपी दंग रह गया। उसने न्यायालय में आत्मसमर्पण करने का मन बना लिया था, लेकिन वापस आकर आभूषणों को बेचने के लिए कलियर चला गया। जहां से पुलिस ने उसे 40 लाख के सोने-चांदी आभूषणों के साथ गिरफ्तार कर लिया। मेडिकल जांच के बाद कोर्ट से जेल भेज दिया है। एसएसपी अजय सिंह ने पांच हजार नगद पुरस्कार की घोषणा भी कर दी। एसपी क्राइम रेखा यादव ने कार्यालय से मामले का खुलासा किया है।
बीती 16 मार्च की रात जलील अहमद पुत्र जान आलम निवासी बढ़ेडी राजपूतान के घर में रखे संदूक का ताला तोड़कर सोने-चांदी के आभूषण चोरी हो गए थे। पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। पुलिस जांच में सामने आया कि शिकायतकर्ता के पोते आफताब के दोस्त अली खान बिजली मकैनिक है। उसका उनके घर पर आना जाना लगा रहता था। एसपी क्राइम रेखा यादव ने बताया कि चोरी के खुलासे में परिवार के 32 लोगों के बयान दर्ज किए गए। जब बिजली मैकेनिक का नाम सामने आया। उससे सख्ताई से पूछताछ की गई तो उसने चोरी की बात कबूल कर ली। बहादराबाद थाना प्रभारी नितेश शर्मा ने बताया कि आरोपी अली खान पुत्र इशरार निवासी बढ़ेडी राजपूतान बिजली मकैनिक है। और उसका अपने दोस्त के कारण घर में आना जाना था। 15 मार्च की रात वह ग्राउंड फ्लोर के घर में लगे चैनल का गेट तोड़कर अंदर दाखिल हुआ। वहां पर कई संदूक रखे थे। आराम से सभी संदूक खोलकर देखे गए। जिसमें सोने-चांदी के आभूषण थे। चोरी करने के बाद वह आभूषणों को गांव के खेत में के पेड़ नीचे छुपाया था। 16 की दोपहर जब उसने खेत से सामान चेक किया तो काफी ज्वेलरी थी। पुलिस से बचने के लिए वह कोर्ट में आत्मसमर्पण करने चला गया। लेकिन अंधेरा होने के बाद वह वापस घर आकर खेत में दबे सोने के आभूषणों को लेकर कलियर बेचने के लिए चला गया था। तभी उसको धर दबोचा जिसमें 50 ग्राम सोने की हसूली, सोने का बिस्किट, टॉप्स, सोने की चेन, अंगूठी सहित करीब चालीस लाख का सोना चांदी था।
शिकायतकर्ता का भाई किन्नर है। वह लोगों से बधाई लेकर रुपये पैसे इकट्ठा करता था। यही नहीं लोगों ने खुश होकर उसको उपहार स्वरूप सोने-चांदी के आभूषण भेंट दिए थे। उसने सारा सामान संदूक में रखा था और बिजली मैकेनिक को इस मामले की पूरी जानकारी नहीं थी। जब उसने संदूक खोलकर देखा तब वह हक्का-बक्का रह गया था।
पुलिस टीम में क्षेत्राधिकारी निहारिका सेमवाल, बहादराबाद थाना प्रभारी नितेश शर्मा, उप निरीक्षक जगमोहन सिंह, कांस्टेबल राहुल देव, सुनील चौहान, दिनेश चौहान, विपिन सकलानी, सुशील चौहान, त्रिलोक बिष्ठ, एएसआई सुंदर सिंह, एसओजी वसीम शामिल थे।