हल्द्वानी। उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष डा इंदिरा ह्रदयेश ने देश के साथ ही उत्तराखंड में बढ़ रहे कोविड के मामलों पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि आज राज्य कै पास कोरोना महामारी से निपटने के लिए ठोस उपाय नहीं है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
डॉ इंदिरा हृदयेश ने कि सरकार ने अस्पतालों में सुविधाएं देने की जहमत नहीं उठाई है। जिसके चलते संक्रमितों को बेहतर ईलाज नहीं मिल रहा है। अस्पतालों में ईलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। आम जनता कोरोना के बढ़ते संक्रमण से पीड़ित व भयभीत है। ऐसे में प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह चरमराई हुई हैं। अस्पतालों में न तो बेड उपलब्ध हैं और न ही वेंटीलेटर की ही व्यवस्था है। लोग मारे-मारे घूम रहे हैं। सरकार पूरी तरह विफल साबित रही है। उन्होंने कहा कि चुनावों में सरकार ने तरह-तरह के प्रलोभन दिए। लेकिन सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोई भी काम नहीं कर पाई है। कहा कि कोरोना संक्रमण के साथ-साथ इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा है। साथ ही अस्पतालों में जगह की कमी है। सरकार ने किसी भी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोई तैयारी नहीं की है। उन्होंने सरकार से अस्पतालों में समुचित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष ने अपील की है कि संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी मास्क व सामाजिक दूरी के साथ ही अन्य नियमों के अनुपालन करें। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी का सुशीला तिवारी अस्पताल नैनीताल जिले का ही नहीं पूरे कुमाऊँ के मरीज यहाँ इलाज को पहुंच रहे हैं। यह अस्पताल कोविड अस्पताल है। इसमें भी मात्र 400 बैड तक ही आक्सीजन की व्यवस्था है। सरकार को अन्य अस्पतालों में भी आक्सीजन बैड की व्यवस्था करनी चाहिए।