पूवॅ विधायक ने कहा सितारगंज अस्पताल में न आक्सीजन है न सुविधाएँ, इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे कोरोना संक्रमित

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सितारगंज। सितारगंज के पूर्व विधायक नारायण पाल ने कहा है कि प्रदेश की सरकार एक ओर राज्य में भरपूर मात्रा में आक्सीजन होने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सितारगंज में आक्सीजन न होने से कोरोना मरीजों को रुद्रपुर या हल्द्वानी भेजा जा रहा है। कई कोरोना संक्रमित लोगों की इस अव्यवस्था के चलते मौत हो गई है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को विस्तार से पत्र भी भेजा है।
पूर्व विधायक नारायण पाल ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने पूरे देश में तबाही मचा है। उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर के सितारगंज विधानसभा में हालत सबसे खराब है। सितारगंज, नानकमत्ता, शक्तिफामॅ की तीन लाख की आबादी कै लिए सितारगंज में बनाया गया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र इस महामारी में लोगों को कोई लाभ नहीं पहुंचा पा रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में लोगों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। कहा है कि सितारगंज व आसपास कोरोना संक्रमण से कई लोग परेशान है। कुछ लोगों की मौत भी हुई है।
पूर्व विधायक नारायण पाल ने कहा सितारगंज अस्पताल में आक्सीजन की कोई व्यवस्था नहीं है। कोरोना मरीजों को हल्द्वानी या रुद्रपुर भेजा जा रहा है। कई मरीज तो आक्सीजन की कमी से रास्ते में धम तोङ दे रहे हैं। कुछ रुद्रपुर या हल्द्वानी में। अस्पताल में कोरोना संबंधी जरूरी दवाई भी नहीं है। उदाहरण देते हुए कहा कि इस अस्पताल की अव्यवस्था से शक्तिफामॅ नगर पंचायत के अध्यक्ष संक्रांत ब्रहम, पूर्व ग्राम प्रधान के भाई गयासुउद्दीन, पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष मुजाहिद अली की भाभी अनीसा बी का कोरोना से हाल ही में निधन हुआ है। कहा कि यदि अस्पताल में आक्सीजन की कोई व्यवस्था होती तो इनकी जान बच सकती थी
श्री पाल ने अस्पताल में वेन्टीलेटर की व्यवस्था करने की भी मांग उठाई है। साथ ही रेमिडीवियर इंजेक्शन उपलब्ध कराने को भी कहा है। कहा है कि प्रशासन ने जो प्राइवेट अस्पताल अधिग्रहण किया है, उसमें भी कोई सुविधा नहीं है।

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