हल्द्वानी। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने कहा अस्पतालों में बेड नही होने की वजह से बीमार लोग विवश होकर घरों में हैं, जिन्हें उपचार नहीं मिल पा रहा है और ना ही इनके उपचार की कोई व्यवस्था है।
घरों में मजबूरी में रह रहे बीमार को यदि आक्सीजन की ज़रूरत है तो अत्यंत जटिल प्रक्रिया के चलते घण्टों लाइन में लगकर मिल पाती है। समय से आक्सीजन व इलाज ना मिल पाने से कई की जान को ख़तरा हो जाता है।
सरकार को चाहिए कि सबसे पहले एक कंट्रोल रूम स्थापित करे जहाँ लोग फ़ोन पर अपनी परेशानी साझा कर सके। साथ ही डाक्टरों का पैनल जो लोगों को फ़ोन पर परामर्श दे सके।ऐसे लोग जो अस्पताल जाने में असमर्थ हैं उनकी सहायता व निगरानी व इलाज सुनिश्चित कराने के लिए मोबाइल टीम गठित करे, जिसके पास इलाज से सम्बंधित आवश्यक इमर्जेंसी किट व दवाइयाँ हर समय हों।
घरों में मजबूरीवश रह रहे लोगों को आक्सीजन की आवश्यकता पड़ने पर घरेलू गैस की तर्ज़ पर आक्सीजन सिलेण्डरों के वितरण व इलाज की व्यवस्था करे ताकि लोगों से समय इलाज मिल सके।
आर०टी०पी०सी०आर० की जाँच तेज की जाए ताकि समय से इलाज की दिशा तय हो सके। वृद्ध और असह्य लोग जो आर०टी०पी०सी०आर० की जाँच के लिए बनाए गए केंद्र तक नहीं जा सकते हैं उनकी जाँच की जाँच रिपोर्ट की व्यवस्था घरों पर ही की जाए।
दीपक बल्यूटिया ने कहा कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 में प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता का अधिकार के प्रावधानो के तहत प्रत्येक व्यक्ति स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राप्त करने का अधिकारी है व उसका मौलिक अधिकार है, जिसे घोषित आपातकाल में भी समाप्त नही किया जा सकता है। सरकार को चाहिए कि वो अपने कर्तव्य का बखूबी निर्वाहन करे ताकि लोगों के मौलिक अधिकारों की रक्षा की जा सके।