देहरादून। मानसून सत्र में कांग्रेस, उत्तराखंड में पहाड़ से मैदान तक चलाए जा रहे अतिक्रमण अभियान को बड़ा मुद्दा बनाएगी। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में तय हुआ कि सदन के भीतर इस मुद्दे पर सरकार की घेरेबंदी की जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के कैंट रोड स्थित आवास पर सोमवार देर शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा, जनहित से जुड़े मुद्दों को जोर-शोर से उठाया जाएगा। सदन के भीतर और बाहर दोनों जगह सरकार को घेरा जाएगा।
श्री आर्य ने सरकार पर अतिक्रमण की आड़ में लोगों को उजाड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा-जिस तरह पहाड़ से मैदान व तराई में अतिक्रमण के नाम पर बाजारों को उजाड़ा गया,उससे लोग बर्बादी की कगार पर आ गए हैं। सरकार लोगों को रोजी-रोटी देने में नाकाम रही है। कोरोना में लौटकर घर आए लोगों ने सड़क किनारे दुकान खोलकर जिंदगी की नई शुरुआत की पर सरकार ने उन्हें फिर सड़क पर ला दिया है। बेहतर होता सरकार इस मामले में सदन का विशेष सत्र बुलाती। कानून बनाया जाता। साथ ही कोर्ट में मजबूत पैरवी की जाती। आर्य ने कहा, सरकार आपदा से निपटने में भी पूरी तरह फेल रही। न प्रभावितों को न मुआवजा बांटा, न बेहतर पुनर्वास का सिस्टम बनाया गया। उन्होंने कहा कि सरकार सत्र भी जल्दी में निपटा रही है। नियमावली के अनुरूप सत्र न्यूनतम सात दिन का होना चाहिए।
उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि बेरोजगारी समाप्त करने में सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है। उल्टा भर्ती परीक्षाओं में एक के बाद एक गड़बड़ी हो रही है। इन मसलों पर सरकार को घेरा जाएगा। बैठक में विधायक राजेंद्र भंडारी, विक्रम सिंह नेगी, गोपाल सिंह राणा, आदेश चौहान, फुरकान अहमद, मनोज तिवारी, हरीश धामी, ममता राकेश, रवि बहादुर, अनुपमा रावत, सुमित हृदयेश, खुशाल सिंह अधिकारी मौजूद रहे।