देहरादून। सीबीआई अफसर बनकर देहरादून के कारोबारी को लूटने वाले तीन आरोपियों को रायपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस वारदात का सूत्रधार, पीड़ित की ऑनलाइन ट्रेडिंग एकेडमी में कोचिंग ले चुका एक युवक है, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। उधर, पकड़े गए आरोपियों से दो लाख की नगदी भी मिली।
डीआईजी देहरादून दलीप सिंह कुंवर ने सोमवार को यह खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मूल रूप से नागल देवबंद सहारनपुर निवासी अमित कुमार सहस्रधारा रोड पर हेरिटेज स्कूल के पास रहते हैं। 29 अगस्त की सुबह फ्लैट में वे दोस्त मुकुल त्यागी और उसकी महिला दोस्त वैष्णव के साथ थे। आरोप है कि सुबह करीब सवा छह बजे तीन लोग फ्लैट में घुसे और खुद को सीबीआई अफसर बताया। इसके बाद जबरन पीड़ित पक्ष के आपत्तिजनक वीडियो बनाए और मारपीट भी की। कनपटी पर पिस्टल लगाकर रकम मांगी। बदमाशों ने पीड़ित के फ्लैट में एक बैग में रखे सवा चार लाख रुपये, दो लैपटॉप और चार फोन ले लिए। इसके बाद अमित और उनके साथी को उनकी ही कार से परेड ग्राउंड के पास स्थित ऑफिस ले गए। वहां तीस लाख रुपये की फिरौती मांगी। कुछ दस्तावेज लेकर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। अमित ने सहारनपुर में पांच लाख रुपये दिलाने की बात की तो आरोपी मोहब्बेवाला में कार से डाटा केबल लेने उतरे। इसी दौरान कार से अमित उनके चंगुल से छूटकर भाग निकले। इकसे बाद मुकल त्यागी और अमित की कार को छोड़कर आरोपी मौके से फरार हो गए। इसके बाद यह मामला पुलिस तक पहुंचा और जांच शुरू हो गई। पुलिस कई दिनों से आरोपियों को तलाश रही है।
एसपी सिटी सरिता डोबाल के अनुसार, फरार अभिषेक ने अमित के पास दून में ट्रेडिंग का काम सीखा था। अमित शेयर ट्रेडिंग का काम करते हैं। लोगों से रुपये लेकर वे मार्केट में निवेश करते हैं। अमित के पास कई-वॉलेट भी हैं, जिनमें करोड़ों रुपये हो सकते हैं, अभिषेक को इसकी जानकारी थी। अगस्त में अमित ने मुजफ्फरनगर में हुए सेमिनार में काफी खर्च किया था। रुपये पाने की चाह में आरोपियों ने अमित के कंप्यूटर समेत कुछ उपकरण कब्जे में लिए थे। इन आरोपियों ने दो नकली वॉकी-टॉकी, खिलौने नुमा पिस्टल खरीदे थे।
आशीष अपने दोस्त सुमित के साथ 28 अगस्त को दून पहुंचा। यहां सुमित और उसका दोस्त सोनू आईएसबीटी में मिला। तीनों लोग अभिषेक के साथ मोथरोवाला में मिले। इस वारदात में आशीष की कार का उपयोग किया गया। सबसे पहले वह अमित की एकेडमी तक पहुंचे। उसके बाद अमित के फ्लैट पर गए, लेकिन तब ताला लगा था। दोबारा रात 1030 बजे वे अमित के फ्लैट पर गए। अमित और मुकुल के साथ एक लड़की दिखाई दी। तब उन्होंने अगले दिन सुबह योजना बनाई। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि अमित के फ्लैट से 3.25 लाख मिले थे।