पिथौरागढ़। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ग्रामीण स्तर पर की जा रही व्यवस्थाओं व कोरोना संक्रमण हेतु गांव स्तर पर बनाए गए क्वारंटीन सेंटर व होम आइसोलेशन में की जाने वाली सावधानियां व व्यवस्थाओं की जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप ने जानकारी ली। इन व्यवस्थाओं में ग्राम प्रधानों का विशेष सहयोग के मद्देनजर जिलाधिकारी ने विशेष पहल करते हुए वर्चुअल/वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी ग्राम प्रधानों से रूबरू होकर कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु ग्राम स्तर पर विशेष सहयोग की अपील की। संक्रमण की रोकथाम हेतु आवश्यक जानकारी सांझा करते हुए उनके सुझाव भी लिए। जिलाधिकारी ने विकास खण्ड कनालीछीना, विण के ग्राम प्रधानों के साथ वर्चुअल बैठक की। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु जनपद में प्रथम चरण से ही त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का विशेष सहयोग रहा है। विशेष तौर पर सभी ग्राम प्रधानों द्वारा ग्रामीण स्तर पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु बनाए गए क्वारंटीन सेन्टर के संचालन के अतिरिक्त होम आइसोलेशन व सेनेटाइजेसन आदि कार्यों में पूर्ण सहयोग दिया गया है। वर्तमान में भी इस अभियान में सहयोग दिया जा रहा है,आगे भी कोरोना को पूर्ण रूप से हराने में सहयोग दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी को मिलकर जन सहयोग से इस महामारी को खत्म करना है। प्रशासन स्तर पर जितनी जिम्मेदारी हमारी है उतनी ही ग्राम स्तर पर आपकी है, इस हेतु सभी ग्राम प्रधान अपने साथ क्षेत्र में कार्यरत पटवारी,ग्राम विकास व ग्राम पंचायत अधिकारी, एएनएम,आशा,आंगनबाड़ी कार्यकर्ती को साथ में लेकर यह सुनिश्चित कराएं कि गांव में कोरोना संक्रमण अपना प्रवेश तक न करने पाए। इस हेतु बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति, प्रवासी को पंचायत घर व स्कूल में 14 दिन तक क्वारंटीन व होम आइसोलेशन में रखें। जो व्यक्ति होम आइसोलेशन में है वह कोविड दिशा निर्देशों का पूर्ण अनुपालन करें। अगर किसी भी व्यक्ति को कोरोना संबंधी लक्षण प्राप्त होते हैं तो तत्काल चिकित्सक को दिखाएं व अपनी सैम्पलिंग कराएं। जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि प्रत्येक गांव में कोविड संक्रमण की रोकथाम आदि हेतु 20 हजार रुपये की धनराशि 14 वे वित्त से व्यय करने की स्वीकृति दी गई है। इस हेतु ग्राम प्रधान इस निधि से उक्त धनराशि व्यय कर सकते हैं।
वर्चुअल बैठक में ग्राम प्रधानों द्वारा कोविड संक्रमण की रोकथाम हेतु विभिन्न उपाय व सुझाव भी सांझा किए। मुख्य समस्या गांव में आने वाली प्रवासियों की सूची उपलब्ध न होने के कारण होने वाली समस्या की बात कही जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि शीघ्र ही प्रत्येक ग्राम प्रधान को उनके गांव में आने वाले प्रवासी व्यक्ति की सूचना उसी दिन दी जाएगी। जिस हेतु जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को सभी विकास खंड स्तर पर ग्राम प्रधानों का एक व्हाट्सएप ग्रुप तैयार करने के निर्देश दिए तथा उसमें संबंधित उप जिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी को भी सम्मिलित करने को कहा।इसके अतिरिक्त बैठक में विभिन्न ग्राम प्रधानों द्वारा गांव में वर्तमान में हो रही बेरोजगारी की भी समस्या जिलाधिकारी के समक्ष रखी गई। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि मनरेगा से शीघ्र कार्य प्रारंभ कराए जाने हेतु वह शासन स्तर पर वार्ता करेंगे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा भी सभी ग्राम प्रधानों को संबोधित करते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु सहयोग प्रदान करने के साथ ही विभिन्न जानकारियां दी गई। उन्होंने कहा कि 45 वर्ष की अधिक उम्र के जिन व्यक्तियों द्वारा अभी तक वैक्सीन नहीं लगाई गई है वह शीघ्र ही लगा लें तथा 18 से 44 वर्ष उम्र के व्यक्ति अपना पंजीकरण अवश्य ही कर लें।
वर्चुअल बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल,अपर जिलाधिकारी आर डी पालीवाल,डीपीआरओ हरीश आर्य समेत विकास खंड विण व कनालीछीना के ग्राम प्रधान व पंचायतीराज विभाग के कार्मिक उपस्थित रहे।