देहरादून। पीआरडी जवानों से कुत्ता घुमाने और बर्तन मंजवाने के आरोपों पर सरकार ने जांच बैठा दी है। युवा कल्याण निदेशालय ने देहरादून के जिला युवा कल्याण अधिकारी को इस मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
दरअसल सोमवार को प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस के मौके पर पीआरडी के कुछ जवानों ने उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। उनका आरोप था कि पीआरडी जवानों से अधिकारी 24- 24 घंटे काम कराते हैं। अधिकारी घर पर बर्तन मंजवाने के साथ ही कुत्ता घुमाने और घर के निजी काम भी कराते हैं।
पीआरडी के कुछ जवान इस संदर्भ में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से भी मिलना चाहते थे लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। हालांकि बाद में उन्होंने कैबिनेट मंत्री के सामने अपना विरोध दर्ज कराया। जवानों की इस शिकायत को अब सरकार ने गंभीरता से लिया है।
सरकार की ओर से जवानों की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। युवा कल्याण विभाग के निदेशक जितेंद्र सोनकर ने बताया कि कुछ जवानों की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि देहरादून के जिला युवा कल्याण अधिकारी इस मामले की जांच करेंगे।
निदेशक युवा कल्याण ने बताया कि जिन जवानों की ओर से कुत्ता घुमाने व अन्य शिकायतें की हैं उनमें से एक परिवहन विभाग में जबकि एक मंडी परिषद में तैनात है। उन्होंने कहा कि उनसे उन अधिकारियों के नाम पूछे जाएंगे जो जवानों के साथ ऐसा कर रहे हैं। निदेशक ने कहा कि इसके साथ ही जवानों की ओर से स्थापना दिवस के दिन की गई अभद्रता की भी जांच होगी। क्योंकि जवानों की ओर से इस संदर्भ में पहले कोई शिकायत नहीं की गई। फिलहाल सरकार ने पीआरडी जवानों के मामले में जांच बिठा दी है। सोमवार को पीआरडी के स्थापना दिवस पर मामला सामने आया था।