- देहरादून। नौकरी के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले अंतर राज्जीय गिरोह का एसटीएफ ने खुलासा कर दिया है। गिरोह का एक सदस्य भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि देहरादून के ही एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआइ) में लिपिक की नौकरी दिलाने के नाम पर उसने आइटी पार्क सहस्रधारा निवासी विकास चंद्र को 10 लाख रुपए दिए। आरोपी ने उसे विश्वास दिलाने के लिए पुलिस वेरिफिकेशन भी कराया। शिकायत पर गुरुवार को आरोपी को देहरादून में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उससे पूछताछ कर अन्य के बारे में जानकारी जुटाने में लगी है।
एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार गिरोह के सदस्य काफी शातिर है। जब भी कोई भर्ती निकलती तो वह युवाओं को ठगने की तैयारी में लग जाते हैं।
पूछताछ में पकड़े गए आरोपी ने कई चौकानें वाले खुलासे किए। उसने बताया कि वह और उसके अन्य साथी विभिन्न राज्यों में जब भी एफसीआई, रेलवे और एम्स जैसी संस्थाएं रोजगार सम्बन्धी विज्ञप्ति अखबारों में देती है तो हम लोग बेरोजगार युवक-युवतियों से संपर्क कर उनको नौकरी लगाने का झांसा देकर उनसे लाखो रुपये ठग लेते हैं।
अभ्यर्थियो को शक न हो, इसके लिए उनकी फर्जी ट्रेनिंग, पुलिस वेरिफिकेशन, मेडिकल व इंटरव्यू आदि भी करवाते हैं। यही नहीं संबंधित विभागो की फर्जी ई-मेल आईडी से उन्हें मैसेज करते हैं व फर्जी आई कार्ड और ज्वानिंग लैटर डाक के माध्यम से भेजते हैं। विकास ने बताया कि अब तक वह कई युवक-युवतियों से लाखों रुपये धोखाधड़ी कर चुके हैं। एसटीएफ आरोपियों के विभिन्न बैंक खातों को फ्रीज कराने के साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है।