हल्द्वानी। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड की प्रांतीय कार्यकारिणी ने अपने वर्चुअल बैठक में सर्वसम्मति से कहा है कि राज्य में एक जून से व्यवसायिक गतिविधियों को हर हाल में खोलना चाहिए। ताकि प्रदेश की अर्थव्यवस्था का पहिया चलने लगे, लाखों व्यवसायियों के परिवार और उनके सहकर्मियों की आजीविका चलने के साथ ही प्रदेश के राजस्व का चक्र भी चले। पदाधिकारियों ने कहा कि बाजार अथवा आवश्यक वस्तुओं के लिए केवल 2 घंटा बाजार खोलने से अत्यधिक भीड़ भाड़ हो रही है, जो संक्रमण को और अधिक फैलाने में उत्प्रेरक का काम कर रही है। व्यापारी प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि सरकार को जनहित में व्यापारी समाज की बात सुननी चाहिए और बाजार को निश्चित अवधि के लिए ही सही लेकिन खोलना जरूर चाहिए। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार को एक जून से बाजार खोलने के संदर्भ में हमारी सैकड़ों इकाइयों द्वारा ज्ञापन दिए गए हैं, अब मुख्यमंत्री को चाहिए कि एक जून से बाजार खोलने की गाइडलाइन जारी करें। उन्होंने कहा कि यदि सरकार फिर से लॉकडाउन लगाने का आदेश देती है तो व्यापारी समाज सरकार के विरोध में ठोस नीति हेतु एक जून के बाद वेबीनार कर आर पार की लड़ाई के लिए मन बना सकता है। प्रदेश महामंत्री प्रकाश मिश्रा ने कहा कि अब समय आ गया है, जब हमें व्यापारियों के लिए ठोस कदम उठाने पड़ेंगे। हमने संक्रमण बढ़ने पर खुद सरकार से लॉकडाउन लगाने के लिए कहा था, लेकिन अब परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं। ऐसे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुचारू करने के साथ-साथ लाखों व्यापारियों और उनके कर्मचारियों के लिए भी सरकार को सोचना ही होगा तथा एक जून से बाजार खोलने की स्वीकृति प्रदेश सरकार को देनी चाहिए। एक जून से बाजार नहीं खोला गया तो हम आर पार की लड़ाई के लिए भी तैयार हैं। इस प्रस्ताव का समर्थन हरिद्वार, उधमसिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़, यमुना घाटी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग,टिहरी,अल्मोड़ा, श्रीनगर,पौड़ी ,रूड़की रिशीकेश और चमोली के जिलाध्यक्षों ने भी किया है। संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रमोद गोयल,एन. सी. तिवारी, ओमप्रकाश अरोड़ा, राजेश अग्रवाल, गुलशन छाबड़ा, राजेश बंसल, नवनीत राणा, रूपेंद्र नागर, हितेंद्र भसीन, सन्नू पांडे, जगदीश बवाड़ी ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया है।