हल्द्वानी के कुसुमखेड़ा में पानी के बिल को लेकर बवाल, आक्रोशित लोगों ने जल निगम अफसरों को घेरा

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हल्द्वानी। हल्द्वानी के कुसुमखेड़ा में पानी के बिलों को लेकर बवाल मचा है। विश्व बैंक की पेयजल योजना का रखरखाव व पानी वितरण का काम जल निगम को सौपा गया है। जल निगम हर दूसरे महीने उपभोक्ताओं को बिल भेज रहा है। बिल भी 10 हजार रुपए से लेकर 20 तक आ रहा है। इससे नाराज उपभोक्ता आज जल निगम ट्यूबवेल पहुंचे। उन्होंने जल निगम के अवर अभियंता का घेराव भी किया।

आज कुसुम खेड़ा के पेयजल उपभोक्ताओं ने पुनः अत्यधिक बिल आने पर पेयजल निगम के अवर अभियंता महेश चंद्र का घेराव किया। कहा कि योजना को लागू हुए लगभग ढाई साल से अधिक समय हो गया हैं, लेकिन अत्यधिक बिलों की समस्या बनी हुई है। हर बार आश्वासन मिलता है, लेकिन फिर भी समस्या बनी हुई है। जिस कारण पेयजल उपभोक्ता काफी आक्रोशित है, उनका कहना है कि ना आपके पास बिजली बाधित होने पर पेयजल वितरण की व्यवस्था है ऊपर से 10 से 20 हजार तक के पेयजल के बिल ।कुसुमखेड़ा में इतने भारी भरकम बिल और पड़ोस के वार्ड में 930.00 रुपए(तीन माह) के बिल। इतनी असमानता क्यों। क्यों ना हमारे बिल भी जल संस्थान के बिलों की तरह ही दिए जाएं। बिलों की समानता रहे। क्षेत्र के पेयजल उपभोक्ताओ ने कहा कि जब तक बिल ठीक नहीं होंगे तब तक बिल जमा नहीं करेंगे।


यदि ऐसा ही बार बार होगा तो आमरण अनशन किया जाएगा जिसकी सारी जिम्मेदारी पेयजल निगम की होगी। प्रर्दशन में निवर्तमान पार्षद सुरेंद्र मोहन सिंह, मनोहर मिश्रा, नारायण दत्त जोशी, मदन नाथ गोस्वामी, सुरेश जोशी, राजेंद्र कुमार त्रिपाठी, अनिल कुमार सिंह, ओम प्रकाश पांडेय, मोहन सिंह डासीला, दीपक पांडेय, पूरन चंद्र पांडेय, जमन सिंह गर्ब्याल समेत तमाम लोग मौजूद थे।

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