पिथौरागढ़। जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप ने नगरीय क्षेत्र में घूम रहे आवारा कुत्ते एवं गो वंशीय पशुओं की समस्या पर चिंता जताते हुए पशुओं को आवारा छोड़ने वालों को चिंहित कल सूचीबद्ध करने को कहा है।
जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप की अध्यक्षता में हुई बैठक में पशुपालन विभाग, नगर पालिका एवं पशुप्रेमियों द्वारा प्रतिभाग कर इस सम्बंध में चर्चा की गई। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ विद्यासागर कापड़ी द्वारा नगरीय क्षेत्र में आवारा कुतों एवं गो वंशीय पशुओं की समस्या एवं उनके संरक्षण आदि के बारे में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि नगर पालिका, पशुपालन विभाग के सहयोग से नगर में पशुओं को छोड़ने वाले व्यक्तियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करें। उन्होंने नगर पालिका को निर्देश दिए कि स्वान पशुओं के बंध्याकरण हेतु निर्मित एबीसी केन्द्र का संचालन शीघ्रता से किया जाय, जब तक इसका संचालन नहीं हो जाता है तब तक अस्थाई रूप से घायल एवं चोटिल पशुओं व स्वान हेतु नगर पालिका अंयत्र व्यवस्था करें। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि नगर में आवारा गो वंशीय पशुओं को बड़ाबे गो सदन पंहुचाया जाएगा, जिसके भरण पोषण हेतु नगर पालिका पिथौरागढ़ द्वारा संबंधित संचालक को मासिक निश्चित धनराशि दी जाएगी। जिस सम्बन्ध में अध्यक्ष नगर पालिका पिथौरागढ़ द्वारा अपनी सहमति देते हुए शीघ्र ही बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाने की सहमति दी। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि इस समस्या का स्थायी समाधान हेतु हमें संयुक्त व्यवस्था बनानी होगी, इस हेतु संयुक्त रूप से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही संयुक्त रूप से एक सोसायटी के गठन कर एक बैंक खाता खोलकर हम जनता से भी इन स्वान पशुओं व गो वंशीय पशुओं के संरक्षण की स्थाई व्यवस्था कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई।
बैठक में उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ पंकज जोशी,डॉ मनोज जोशी,डॉ ममता, डॉ दीपा, डॉ सौरभ, पशु प्रेमी श्रुति पुनेठा, अवर अभियंता नगर पालिका उमेश अवस्थी,नंदा बल्लभ पाण्डेय उपस्थित रहे।