पिथौरागढ़। चीन बॉर्डर क्षेत्र में “मुनस्यारी बचाओ संघर्ष समिति” की रविवार को पहली बैठक आयोजित की गई। बैठक में नौ सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। कमेटी समिति के लिए एसओपी तैयार करने के साथ-साथ समिति के विधिवत गठन से पूर्व 30 ग्राम पंचायत में समिति की इकाई गठित करेगी। क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की गई। समस्याओं के समाधान के लिए आगे जन संघर्ष भी किया जाएगा। बैठक में चीन बॉर्डर क्षेत्र की उपेक्षा पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया।
मुनस्यारी के विकास खंड सभागार में आयोजित बैठक में मुनस्यारी बचाओ संघर्ष समिति बनाने के लिए जमा हुए विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी के साथ पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने संघर्ष समिति की आवश्यकता जोर देते हुए कहा कि चीन बॉर्डर क्षेत्र की जबरदस्त उपेक्षा हो रही है।
शिक्षा और स्वास्थ्य बदहाल स्थिति में पहुंच गया है। शासन और सरकार के द्वारा इस क्षेत्र की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता की ताकत तथा संघर्ष ही इस क्षेत्र की जनता को न्याय दिला सकती है।
उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र में उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्सक, शिक्षक, मानव डॉक्टर के साथ साथ सरकारी विभाग में दर्जनों पद रिक्त है।
बैठक में तय किया गया कि समिति को सशक्त बनाने के लिए ग्राम स्तर पर समिति का ढांचा गठित होना आवश्यक है। इसके लिए ग्राम प्रधान मनोज मर्तोलिया (मल्ला घोरपट्टा), कृष्णा सिंह सयाना (तल्ला घोरपट्टा) महेश रावत (जैती) क्षेत्र पंचायत सदस्य ईश्वर सिंह कोरंगा, व्यापार संघ अध्यक्ष प्रमोद कुमार द्विवेदी, मल्ला जोहर विकास समिति के अध्यक्ष श्रीराम सिंह धर्मशक्तू, केदार सिंह मर्तोलिया, राजू पांगती को तदर्थ कमेटी का सदस्य बनाया गया है। कमेटी के संयोजक के रूप में जिला पंचायत जगत मर्तोलिया कार्य करेंगे। बैठक में तय किया गया है कि कमेटी द्वारा कार्य करने के लिए एक एसओपी का निर्माण किया जाएगा। इसी के साथ तहसील मुख्यालय के आसपास के 30 ग्राम पंचायतों में समिति की इकाइयां गठित की जाएगी।
बैठक में तय किया गया है कि भविष्य में प्रस्तावित नगर पंचायत सहित मुनस्यारी के समस्त ग्राम पंचायतों में समिति की इकाइयां बनाई जाएगी।
समिति मुनस्यारी के समस्त ग्राम पंचायतों का प्रतिनिधित्व करेगी। समिति के द्वारा विभिन्न मुद्दों पर जन जागरूकता के साथ-साथ जन संघर्ष भी किया जाएगा।
इसके लिए भी प्रस्तावना तैयार की जाएगी।
मुनस्यारी विकास खंड में लगातार बढ़ रहे भूमि खरीद फरोख्त के मामलों पर चिंता व्यक्ति की गई। इस पर भी समिति अपना रूप स्पष्ट करेगी।
इस अवसर पर समाजसेवी श्रीमती तारा पांगती, कर्नल मंगल सिंह सयाना, लोक बहादुर सिंह जंगपांगी, मनोहर सिंह टोलिया, केदार सिंह मर्तोलिया, प्रमोद द्विवेदी, ईश्वर सिंह कोरंगा ने अपने विचार व्यक्त किए। समिति की अगली बैठक 5 जुलाई को ग्राम पंचायत मल्ला घोरपट्टा के पंचायत घर में रखी गई है। जिसमें आज तक की प्रारूप पर बातचीत की जाएगी।