काशीपुर। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जनसंवाद कार्यक्रम में शिरकत करने काशीपुर पहुंचे। रामलीला मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में जनता से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि थाने पर आने वाली हर शिकायत को थाना प्रभारी गंभीरता से सुने और रजिस्टर में दर्ज करें। अगर किसी कारणवश शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज नहीं होती है तो जीडी में कारण लिखें। अगर शिकायत नहीं सुनी गई और उनके पास शिकायत आई तो संबंधित थाना प्रभारी पर गाज गिरना तय है।
सीपीयू के खिलाफ विभिन्न संगठनों की ओर से शिकायत पर उन्होंने कहा कि सीपीयू का काम यातायात को व्यवस्थित करना है न कि राजस्व वसूलना। कहा कि सड़कों पर व्यापारी अतिक्रमण न करें इससे यातायात बाधित होता है। पुलिस सख्त रुख अपनाते हुए सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराए। संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीजीपी ने यह भी कहा कि गलियों में सीपीयू चालान करने से बचे। उन्होंने कहा सीपीयू के गठन का उद्देश्य चालान कर राजस्व कमाना नहीं है। ट्रैफिक और सीपीयू कर्मी एक माह के अंदर वर्तमान स्थिति में सुधार करें। एक माह के बाद वह परीक्षण करेंगे अगर सुधार नहीं मिला तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा शहरों में अधिकांश लोगों के पास घर व दुकान में वाहन खड़ा करने के लिए पाॢकंग नहीं है। ऐसे में वाहन सड़कों पर खड़े मिलते हैं। सड़क पर वाहन खड़ा करने वालों पर जो कार्रवाई करेगा उस थाना प्रभारी को इनाम दिया जाएगा।
काशीपुर विधायक हरभजन सिंंह चीमा ने डीजीपी के सामने पुलिस कर्मियों के पास आधुनिक हथियार न होने और पुलिस पर हो रहे हमलों का मुद्दा उठाया। इस दौरान मेयर ऊषा चौधरी, ब्लाक प्रमुख अर्जुन कश्यप, इंस्पेक्टर कोतवाली संजय पाठक, एसओ आइटीआइ विद्यादत्त जोशी, कटोराताल चौकी इंचार्ज ओम प्रकाश, बांसफोड़ान चौकी इंचार्ज रविंद्र सिंंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।