कांवड़ यात्रियों के लिए देवदूत बनी एसडीआरएफ, गंगा में डूब रहे कई यात्रियों को बचाया

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हरिद्वार। कांवड़ यात्रा पूरे जोरों पर है। भारी संख्या में कांवड़ यात्री गंगा में स्नान कर रहे हैं। मंगलवार को एसडीआरएफ ने छह कांवड़ यात्रियों को गंगा में डूबने से बचाया है।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह के मुताबिक एसडीआरएफ की टीम ने कांगड़ा घाट, बैरागी कैंप आदि घाटों पर डूब रहे छह कांवड़ यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया। टीम प्रभारी एएसआई दीपक मेहता, आरक्षी विजय खरोला, रमेश भट्ट, सागर, दिनेश, राजेश, आशिक अली को बचाव कार्य में लगाया गया। कांगड़ा घाट पर मोनू सिंह (21) पुत्र विजेंद्र सिंह निवासी गांव बदरौली फरीदाबाद दिल्ली तेज बहाव में डूब रहा था, उसे जवान आशिक अली ने तुरंत छलांग लगाकर किनारे कर सुरक्षित बाहर निकाला।
कांगड़ा घाट पर डूब रहे संदीप सिंह (21) पुत्र जयराम निवासी गोरखपुर यूपी, गोविंद सिंह (21) पुत्र दुलाल सिंह निवासी खेड़ा रुद्रपुर, करण (17) पुत्र सतवीर निवासी सदर तिकोना पार्क दिल्ली, अंकित (15) पुत्र संजीव निवासी ग्राम-भोपोली पानीपत हरियाणा और बैरागी कैंप घाट पर अरुण राठौर (32) निवासी ग्राम जलालपुर जिला मुजफ्फरनगर को डूबने से मचाया।
वहीं, थाना मुनि की रेती क्षेत्र के पूर्णानंद घाट पर गंगा स्नान के दौरान पंजाब के तीन कांवड़ यात्री नदी में डूबने लगे। जिन्हें मौके पर तैनात रेस्क्यू टीमों ने सकुशल गंगा से बाहर निकाल लिया।
मंगलवार को सुबह करीब साढ़े 10 बजे 12 कांवड़ यात्रियों का एक दल जानकी सेतु के समीप पूर्णानंद घाट पर गंगा स्नान के लिए पहुंचा। इस दौरान तीन कांवड़ यात्री गंगा के तेज बहाव की चपेट में आकर नदी में बहने लगे। जिन्हें मौके पर तैनात जल पुलिस व आपदा राहत दल के जवानों ने सकुशल रेस्क्यू कर गंगा से बाहर निकाल लिया।
रेस्क्यू किए गए कांवड़ यात्रियों की पहचान साहिल (18) पुत्र राकेश कुमार, करण (18) पुत्र रमेश सिंह व सोहम (22) पुत्र जितेंद्र कुमार सभी निवासी रघु माजरा, पटियाला, पंजाब के रूप में की गई है। रेस्क्यू टीम में सुभाष ध्यानी, धनवीर नेगी, संतोष कुमार, ज्ञान सिंह, महेंद्र चौधरी शामिल रहे।

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