हरिद्वार। वन प्रभाग हरिद्वार ने वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो, नई दिल्ली की गुप्त सूचना पर चेकिंग अभियान चलाकर एक वन्यजीव तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के कब्जे से 285 जोड़ी मॉनिटर लिजर्ड के अंग बरामद हुए हैं। आरोपी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो नई दिल्ली से सूचना मिलने के बाद डीएफओ वैभव सिंह ने उप प्रभागीय वनाधिकारी संदीपा शर्मा, रेंजर शैलेंद्र सिंह नेगी, प्रभागीय वन सुरक्षा बल के प्रभारी ओम प्रकाश वर्मा की अगुवाई में टीम का गठन किया।
वन दरोगा गजेंद्र सिंह, शैलजा, विनिता पाण्डेय आदि ने विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। अहम सुराग मिलने पर आरोपी आफताब निवासी जिला रामपुर तहसील व थाना मिल्क मोहल्ला नसीराबाद यूपी हाल पता झुग्गी झोपड़ी विष्णु घाट को हाथी पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया।
रेंजर शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि आरोपी के कब्जे से मौके से 61 नग हत्था जोड़ी (मॉनिटर लिजर्ड का अंग) बरामद हुए। फिर उसकी निशानदेही पर 224 अंग झुग्गी झोपड़ी से बरामद किए गए। पड़ताल में पता चला कि आरोपी अंतरराज्यीय वन्यजीव तस्करों के साथ सम्मिलित रहा है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए हरिद्वार वन प्रभाग गहन सर्च अभियान चला रहा है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
प्रभागीय वनाधिकारी वैभव सिंह ने आमजन से अपील की कि वन्यजीवों व उनके अंगों की तस्करी वन अपराध की श्रेणी में आता है। कुछ व्यक्ति आमजन को गुमराह कर वन्य जीव के अंगों का पूजा-पाठ आदि में उपयोग करने की सलाह देते हैं। ये भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 यथासंशोधित 2023 के तहत दंडनीय अपराध है। अगर कोई व्यक्ति इस अवैध गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो उसकी सूचना वन विभाग या निकट वन चौकी को दी जाए।