आपदा से खतरे को देखते हुए धारचूला- मुनस्यारी के दो दजॅन परिवार सुरक्षित स्थानों पर भेजे

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पिथौरागढ़। सीमांत जिला पिथौरागढ़ में बारिश के मौसम को देखते हुए जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप ने सभी तहसीलों से संपर्क कर भारी वर्षा से हो रहे नुकसान आदि की जानकारी ली।
उन्होंने किसी भी प्रकार की घटना से निपटने हेतु तैयार रहने के निर्देश सभी उपजिलाधिकारियों व अन्य विभागों के अधिकारियों को दिए। वर्षा से जिले की नदियों में जल स्तर बढ़ने से एहतियातन नदी किनारे रह रहे लोगों को स्थानीय प्रशासन व पुलिस के माध्यम से सूचित किया जा रहा है। इस हेतु इन क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों में रखे जाने हेतु राहत व पुनर्वास केन्द्र भी पूर्व से ही चिह्नित किए गए हैं। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को अलर्ट रहते हुए किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने हेतु तैयार रहने के निर्देश अधिकारियों को दिए । तहसील धारचूला के घटखोला में काली नदी से भारत की ओर को हो रहे कटाव को रोके जाने हेतु जिलाधिकारी द्वारा उप जिलाधिकारी धारचूला को तत्काल सिंचाई विभाग के माध्यम से बोल्डर आदि से सुरक्षात्मक कार्य करने के निर्देश दिए गए। जिसके अनुसार सिंचाई विभाग धारचूला द्वारा घटखोला में सुरक्षात्मक कार्य भी प्रारम्भ कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग जो विभिन्न स्थानों में बंद हो गया है उसे तत्काल खोले जाने हेतु बीआरओ के अधिकारियों को निर्देश दिये गए। जिलाधिकारी द्वारा थल-मुनस्यारी मोटर मार्ग जो हरड़िया के पास लगातार बंद हो जा रहा है, उसे त्वरित गति से खोले जाने हेतु डोजर व जेसीबी की संख्या बढ़ाने के साथ ही नाचनी में भुजगड़ नदी में बना मोटर पुल का एबटमेंट जो खतरे की जद में आ गया है,तत्काल उसकी जाँच कर उसके सुरक्षात्मक कार्य की कार्यवाही करने के अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर पुल की मरम्मत कार्य पूर्ण तक यातायात को बंद रखा जाय। जिलाधिकारी ने दारमा घाटी को जोड़ने वाले मोटर मार्ग जो विभिन्न स्थानों में क्षतिग्रस्त हो गया है उसे भी शीघ्र ही यातायात जे लिए खोले जाने हेतु कार्यदाई संस्था केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग को आवश्यक निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने सड़क निर्माण विभाग से सम्बंधित सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बंद सड़कों को तत्काल खोला जाय, इस हेतु पर्याप्त सन्ख्या में मशीन,उपकरण व मैन पावर क्षेत्र में तैनात किया जाय। जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वह अपने कार्य क्षेत्र में बने रहे, ग्रामीण क्षेत्र में जो अधिकारी, कर्मचारी तैनात हैं, वह अपनी तैनाती स्थल पर बने रहें, तथा अपना मोबाइल ऑन रखें। ताकि ग्रामीणों को भी प्रशासन की उपस्थिति गांव में दिखे, जिससे इस आपदा काल में उनकी हिम्मत बढ़े। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी प्रकार की घटना होने पर तत्काल रिस्पॉन्स रहे।
तहसील मुनस्यारी के ग्राम तल्ला भदेली में लक्ष्मण सिंह की दुकान गोरी नदी में बहने की सूचना प्राप्त हुई है।इसके अतिरिक्त जिले के विभिन्न सड़क मार्ग भी बंद होने की सूचना प्राप्त हुई,जिन्हें खोले जाने का कार्य लगातार जारी रहा।
तहसील प्रशासन बंगापानी द्वारा तल्ला घरुड़ी के 8 मकान जो खतरे की जद में आ गए थे,उन परिवारों के कुल 26 सदस्यों को मल्ला घरुडी के प्राथमिक विद्यालय एवं अन्य सुरक्षित स्थान में शिफ्ट किया गया। इसके अतिरिक्त लुमती के 2 परिवार के 8 सदस्यों को जीआईसी बरम में, तहसील मुनस्यारी के ग्राम धापा के 11 परिवारों के 55 सदस्यों को विद्यालय, पंचायत भवन आदि सुरक्षित स्थानों में तथा जोशा के 2 परिवारों के 7 सदस्यों को सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट किया गया है। यहां किसी भी प्रकार की जन एवं पशुहानि नहीं हुई। जिलाधिकारी ने तहसीलदार धारचूला को बंगापानी तहसील में कैम्प करते हुए सभी राहत, बचाव आदि कार्यों को करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सभी तहसीलों में स्थापित कंट्रोल रूम के प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी प्रकार की आपदा की घटना होने पर तत्काल जिला मुख्यालय एवं संबंधित विभागों को अवगत कराया जाय। ताकि राहत एवं बचाव कार्य तत्काल सुचारू किए जा सकें। साथ ही बीएसएनएल के अतिरिक्त अन्य नेटवर्क भी रखा जाय।जिलाधिकारी ने आम जनता से अपील की है कि वह वर्षात में सुरक्षा की दृष्टि से कम से कम आवागमन करें।

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