भौतिकवाद की भागमभाग में आध्यात्मिकता मानव जीवन के लिए संजीवनी: डॉ उमा पाठक

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पिथौरागढ़। भौतिकवाद की भागमभाग में आध्यात्मिकता मानव जीवन के लिए संजीवनी की तरह काम करेगी। समाज को एकजुट रखने के लिए श्री गोलज्यू संदेश यात्रा मील का पत्थर साबित हो सकती है।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणनगर की पूर्व प्राचार्य डाॅ उमा पाठक ने अपनी धरोहर संस्था की योजना बैठक में कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों और अविश्वास को खत्म करने के लिए आध्यात्मिक रूप से मजबूत समाज की स्थापना करनी चाहिए।
अपनी धरोहर संस्था अध्यक्ष विजय भट्ट ने संस्था के उद्देश्यों की जानकारी दी। कहा कि आगामी तीन नवंबर से 24 नवंबर तक श्रीगोलज्यू यात्रा पूरे उत्तराखंड में आपसी विश्वास और सद्भाव को बढाने का संदेश देगी। यात्रा की शुरुआत पिथौरागढ जनपद के श्री रामेश्वर घाट पर पूजा अर्चन से शुरु होगी। चंपावत स्थित गोलज्यू मंदिर से यह यात्रा परंपरागत रीति-रिवाज से शुरू की जाएगी।
स्थानीय उत्सव बारातघर में संपन्न इस बैठक में शामिल पिथौरागढ के तमाम सामाजिक, सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहे। बैठक का संचालन वरिष्ठ पत्रकार जगदीश कलौनी, अभिलाषा समिति के निदेशक डॉक्टर किशोर पंत, एनको अध्यक्ष ललित पंत ने किया।

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