उत्तराखंड में पकड़े गए यूपी-दिल्ली के आठ जुआरी, मोबाइल एप से लगा रहे थे लाखों का ऑनलाइन सट्टा

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देहरादून। मोबाइल एप से ऑनलाइन सट्टा लगवाने वाले आठ सटोरियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी कई गैंबलिंग एप का भी इस्तेमाल करते थे। सट्टा जीतने पर लोगों को ऑनलाइन ही भुगतान किया जाता था। पुलिस आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जानकारी कर रही है। सभी के खिलाफ पटेलनगर थाने में जुआ अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि चंद्रबनी क्षेत्र में एक मकान में ऑनलाइन सट्टा लगवाया जा रहा है। वहां पर लाखों रुपये का लेनदेन भी होता है। इस सूचना पर पुलिस ने एक मकान में छापा मारा। यहां से कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया। आरोपी विन आई-20 मोबाइल एप के जरिए सट्टा लगवा रहे थे। इसमें पॉप अप के माध्यम से लोगों का व्हाट्सएप डाटाबेस तैयार किया जाता है।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सलमान निवासी मोहल्ला चौक, कैराना बाजार, शामली, गुलजार निवासी ओखला जामिया नगर, दिल्ली, शाहरुख निवासी निरमानी, शाहपुर, मुजफ्फरनगर, वसीम व समीर निवासी तावली, शाहपुर, मुजफ्फरनगर, मोइन, पुरबालियान, मंसूरपुर, जुबैर निवासी मिलाना, दौघट, बागपत और अकरम निवासी तावली, शाहपुर, मुजफ्फरनगर शामिल हैं। पुलिस ने मौके से छह लैपटॉप, आठ मोबाइल, एक्सटेंशन बोर्ड, 17 चेकबुक, 20 डेबिट कार्ड और एक लाख एक हजार रुपये बरामद किए हैं।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि विन आई-20 एप चलाने वाले लोगों के मोबाइल में सिस्टम से एक पॉपअप भेजा जाता है। जैसे ही ग्राहक पॉपअप पर क्लिक करता है उसे एक नंबर उपलब्ध होता है। इसके बाद ग्राहक उस नंबर को व्हाट्सएप से लिंक करके आरोपियों से संपर्क करते हैं। इस तरह लोगों का व्हाट्सएप डाटा बेस तैयार हो जाता है। ग्राहकों को दो गैंबलिंग वेबसाइट भी उपलब्ध कराई जाती हैं। इनमें से उन्हें एक को चुनना होता है। इसके माध्यम से ग्राहक को व्हाट्सएप के जरिए डिपोजिट स्लिप उपलब्ध कराई जाती है। इसमें बैंक डिटेल दी जाती है। इसके माध्यम से पैसों का लेनदेन होता है। पेमेंट वेबसाइट से आरोपी ग्राहक की आईडी जनरेट करते हैं और पासवर्ड उपलब्ध कराते हैं। गैंबलिंग वेबसाइट पर ग्राहक सट्टा लगाना शुरू करता है। जीतने के बाद उन्हें भुगतान कर दिया जाता है।

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