गरुड़ अग्निकांड में झुलसे मां-बेटों समेत चार की उपचार के दौरान मौत

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बागेश्वर। बागेश्वर जिले के गरुड़ तहसील के राजस्व पुलिस क्षेत्र के रणकुंणी गांव में बीती 29 अक्टूबर (धनतेरस पर्व) की रात सिलेंडर की आग से जले मां-बेटों समेत चार लोगों की ऋषिकेश एम्स और देहरादून में उपचार के दौरान मौत हो गई है। जबकि, गंभीर रूप से झुलसे घटना के मुख्य आरोपी कुंदन नाथ समेत तीन लोगों का अभी भी उपचार चल रहा है।
जानकारी के अनुसार, बीती 29 अक्तूबर की रात रणकुणी गांव में नारायण सिंह का परिवार नई स्कूटी खरीदने की खुशी में घर पर पार्टी कर रहा था, जिसमें पड़ोसी माधोनाथ गिरी का परिवार भी शामिल था। इसी बीच माधोनाथ का बेटा कुंदन नाथ नशे की हालत में वहां पहुंचा और लोगों से अभद्रता करने लगा। जब तक लोग कुछ समझ पाते कुंदन ने पड़ोसी नारायण सिंह के घर के अंदर से कुंडी लगाकर गैस सिलेंडर खोलकर आग लगा दी। उसके बाद वह खुद बुरी तरह झुलसते हुए बाहर भागा, जिसे बचाने में दोनों परिवारों के 11 लोग बुरी तरह से झुलस गए। घटना के चार दिन बाद सात झुलसे गंभीर घायलों को पहले हल्द्वानी फिर एम्स ऋषिकेश और देहरादून रेफर कर दिया था। राजस्व उप निरीक्षक कुंदन मेहता के अनुसार बुधवार रात उपचार के दौरान 45 वर्षीय मुन्नी देवी पत्नी नारायण गिरी, उनके बेटे 25 वर्षीय जीवन गिरी और 24 वर्षीय विनोद गिरी पुत्र नारायण गिरी के अलावा वारदात के आरोपी कुंदन नाथ की मां 64 वर्षीय भगवती देवी की मौत हो गई है।

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