विधायक और पूर्व विधायक के बीच विवाद: चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा, विधायक उमेश कुमार को मिली जमानत

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हरिद्वार। उत्तराखंड में खानपुर से विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच विवाद के बाद गिरफ्तार किए गए चैंपियन को आज कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के बाद चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। प्रभारी संयुक्त निरीक्षक अभियोजन हरिद्वार रिंकू वर्मा ने की पुष्टि की है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कोर्ट परिसर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
खानपुर विधायक उमेश शर्मा को भी पुलिस ने हरिद्वार के रोशनाबाद कोर्ट में पेश किया। सुनवाई के बाद उमेश कुमार को सीजेएम कोर्ट से जमानत मिल गई। करीब 15 मिनट तक चली सुनवाई के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने जमानत दे दी। 40-40 हजार के दो मुचलके भरे गए।
कोर्ट में पेशी के दौरान पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के सैकड़ो समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिसके बाद कोर्ट परिसर को भी छावनी में तब्दील कर दिया गया। एसपी देहात शेखर सियाल चंद्र खुद मौके पर व्यवस्था संभाल रहे हैं। कई थाने की फोर्स के अलावा पीएसी भी कोर्ट परिसर और आसपास लगा दी गई है।
बता दें कि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को खानपुर विधायक उमेश कुमार के आवास पर फायरिंग और मारपीट के मामले में गिरफ्तार किया गया था। हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इस मामले से पूरे क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
बता दें कि रविवार को पूर्व विधायक चैंपियन की ओर से विधायक उमेश के कैंप कार्यालय पर गोली चलाने के बाद माहौल गर्मा गया था। इसके बाद विधायक उमेश कुमार चैंपियन के कार्यालय पर हाथ में पिस्टल ले जाते हुए दिखाए दिए थे। पुलिस ने किसी तरह उन्हें रोका था। इस मामले में दोनों के समर्थकों में टकराव की स्थिति बन गई थी। जिसके बाद दोनों के कैंप कार्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इस बीच पुलिस चैंपियन को गिरफ्तार करते हुए देहरादून के नेहरू कालोनी थाने में ले गई।
उसके बाद देर रात पुलिस चैंपियन और उनके समर्थकों को लेकर रुड़की पहुंची थी। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। साथ ही विधायक उमेश कुमार और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया था। देर रात तक पुलिस अधिकारी रुड़की में ही डेरा डाले रहे थे।

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