हल्द्वानी। कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी ललित जोशी ने राज्य निर्वाचन आयुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी को एक पत्र भेजकर नगर निगम चुनाव में बड़ी संख्या में अवैध घोषित किए गए मतपत्रों पर आपत्ति जताई है। उन्होंने पत्र में बताया कि हाल ही में हुए मतदान में कुल 6769 मतपत्रों को अवैध करार दिया गया, जो अब तक के चुनावों में अभूतपूर्व संख्या है। ललित जोशी ने इस घटनाक्रम को गंभीर साजिश का संकेत बताया है और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं।
ललित जोशी का कहा कि रद्द किए गए मतपत्रों में से अधिकांश पर कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर मत डाले गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के चुनाव चिन्ह के आगे उनके प्रत्याशी का नाम लिखने के कारण इन मतपत्रों को अवैध घोषित किया गया। जबकि मतदाताओं ने स्पष्ट रूप से कांग्रेस के चुनाव चिन्ह के पक्ष में वोट दिया था। इस तरह बड़ी संख्या में कांग्रेस के मतों को रद्द करना, मतगणना प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल खड़े करता है।
उन्होंने कहा कि इतनी भारी संख्या में मतपत्र रद्द होना सामान्य नहीं है और यह किसी सुनियोजित साजिश की ओर इशारा करता है। ललित जोशी ने सवाल उठाया कि क्या यह संभव है कि इतने सारे मतदाताओं ने एक जैसी त्रुटि की हो? उन्होंने इस मामले की गहन जांच की मांग की है ताकि सच सामने आ सके और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में जनता का विश्वास कायम रहे। ललित जोशी ने यह भी कहा कि इस प्रकार के घटनाक्रम से चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर गहरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने निर्वाचन आयोग से अपील की कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई करें। साथ ही उन्होंने मतगणना प्रक्रिया की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भी पार्टी के साथ अन्याय न हो। इस प्रकरण ने नगर निगम चुनावों की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
ललित जोशी ने सबसे पहले हल्द्वानी-काठगोदाम नगर निगम चुनाव 2024 के मतदाताओं की पूर्ण मतदाता सूची की प्रतियां उपलब्ध कराने की मांग की है। इसके अलावा, उन्होंने चुनाव में अस्वीकृत मतों का पूरा विवरण भी मांगा है, जिसमें ऐसे अस्वीकृत मतों से संबंधित मतपत्र शामिल हैं। उन्होंने 25 जनवरी 2024 को मतगणना केंद्र पर हुई पूरी प्रक्रिया की वीडियो फुटेज, रिकॉर्डिंग और डेटा सार्वजनिक करने की अपील की है। उन्होंने यह मांग इसलिए की है ताकि मतगणना प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके और किसी भी तरह की अनियमितता का खुलासा हो सके।
सबसे अहम मांग के रूप में उन्होंने निर्वाचित महापौर गजराज सिंह बिष्ट (भाजपा के आधिकारिक प्रत्याशी) और उनके (ललित जोशी, कांग्रेस के आधिकारिक प्रत्याशी) पक्ष में गिने गए सभी मतों के पूर्ण मतपत्रों की मूल प्रतियां उपलब्ध कराने की बात कही है। उनका दावा है कि इन दस्तावेजों और डेटा से यह स्पष्ट हो सकेगा कि मतगणना निष्पक्ष थी या नहीं। ललित जोशी ने इन सभी दस्तावेजों और सूचनाओं को सार्वजनिक करने की अपील की है ताकि चुनाव की निष्पक्षता पर उठे सवालों का समाधान हो सके। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मतपत्र और वैलेट पेपर से वोटों को सुरक्षित रखा जाय।