रिटायर प्रिंसिपल की हत्या प्रकरण: यूपी पुलिस ने तो 16 फरवरी को ही बरामद कर लिया था शव, अब पति-पत्नी की गिरफ्तारी के बाद ही होगा खुलासा

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देहरादून। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य की हत्या कर फेंके गए शव को सहारनपुर के बड़गांव के एक नहर से 16 फरवरी को ही बरामद कर लिया गया था। लेकिन, वहां की पुलिस शव की शिनाख्त नहीं कर पाई थी। बृहस्पतिवार को हत्या की खबर प्रचारित होने के बाद सहारनपुर पुलिस ने दून पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
दरअसल, राजकीय इंटर कॉलेज से सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य श्याम लाल गुरुजी की जान पहचान की महिला और उसके पति ने अपहरण कर हत्या कर दी थी। इसके बाद महिला के भाई और उसके जीजा ने शव को देवबंद स्थित साखन नहर में फेंक दिया था। इस मामले में सात फरवरी को गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मामले में बुधवार को दो आरोपी अजय कुमार और उसके जीजा धनराज चालवा को गिरफ्तार किया तो मामले का खुलासा हुआ। इन दोनों ने ही महिला और उसके पति के कहने पर शव को देवबंद स्थित साखन नहर में फेंका था। बृहस्पतिवार को मृतक सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य के शव को सहारनपुर पुलिस ने दून पुलिस को सौपा।
सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य की हत्या का असली राज अब मुख्य आरोपी पति और पत्नी की गिरफ्तारी के बाद ही खुलेगा। दरअसल, प्रधानाचार्य की हत्या महिला गीता ने अपने पति के साथ मिलकर की थी। प्रधानाचार्य श्यामलाल गुरुजी और गीता एक दूसरे को पिछले कई साल से जानते थे। महिला और उसके पति ने हत्या क्यों की इसका खुलासा उनकी गिरफ्तारी के बाद ही हो सकेेगा।

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