देहरादून। उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष पद के रिक्त पद को भरने और प्रदेश अध्यक्ष पद पर बदलाव की संभावना खंगालने को कांग्रेस हाईकमान सक्रिय हो गया। राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति के सदस्यों से मुलाकात कर फीडबैक लिया। पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, उपनेता कांग्रेस विधानमंडल दल करन माहरा, प्रदेश युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भुवन कापड़ी व गणेश गोदियाल ने राहुल से मुलाकात की। मुलाकात का यह सिलसिला आज भी जारी रहेगा। माना जा रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व अगले एक-दो दिन में उक्त दोनों पदों को लेकर स्थिति साफ कर सकता है।
डा इंदिरा हृदयेश का बीती 13 जून को निधन होने से नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त है। इस पद पर चयन को लेकर बीती 26 जून को दिल्ली में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की ओर से बुलाई गई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष को बदलने के मुद्दे पर सियासत गर्मा गई थी। बाद में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया। तब से एक पखवाड़े से ज्यादा वक्त गुजर चुका है, लेकिन पार्टी फैसला नहीं कर पाई।
पार्टी नेतृत्व ने इस मसले पर विचार करने को सोमवार को प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति को दिल्ली बुलाया। डा हृदयेश के निधन के बाद से 13 सदस्यीय इस समिति में अब 12 सदस्य हैं। समिति के सदस्यों ने कांग्रेस महामंत्री संगठन केसी वेणुगोपाल और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से अलग-अलग मुलाकात की। मुलाकात करने वालों ने नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के मामले में अपने विचार रखे। आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा, राष्ट्रीय सचिव व विधायक काजी निजामुद्दीन, पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी की राहुल गांधी से मुलाकात होनी है। माना जा रहा है कि समन्वय समिति से राय-मशविरे के बाद पार्टी हाईकमान नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अपना रुख जल्द साफ कर सकता है।