हल्द्वानी। कोरोना काल से अब तक अस्पतालों में सेवा देने वाले स्टाफ नर्सो को निकालने का जबरदस्त विरोध हो रहा है। पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरू के नेतृत्व में आज चिकित्सा अधिकारी के कैंप कार्यालय में धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया। कहा गया कि कोरोना काल से लेकर अब तक नर्सिंग स्टाफ द्वारा सेवाएं देने के बाद उन्हें निकाल दिया जाना ठीक नही है। । पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरु ने कहा कि कोरोना काल जैसे संकट के समय अपनी जान पर खेल कर सुशीला तिवारी नर्सिंग स्टाफ ने बेहतरीन सेवाएं देने का काम किया लेकिन सरकार ने उन्हें लगभग दो माह पहले उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जो की न्याय पूर्ण नहीं है।
नर्सिंग स्टाफ की मांगों को लेकर 29 अप्रैल को एक प्रतिनिधि मंडल श्री पनेरु के नेतृत्व में सर्किट हाउस काठगोदाम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत से मिला था। जिसमें मंत्री द्वारा समायोजित करने की सहमति देते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए थे। आज लगभग 20 दिन बीच जाने के बाद भी उक्त नर्सिंग स्टाफ को नियुक्ति नहीं मिल पाई है। जिस कारण आज का धरना प्रदर्शन किया गया था।
धरना स्थल से पनेरु ने स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ आशुतोष सयाना से दूरभाष पर बात कर मंत्री जी के आदेशों का पालन करने का निवेदन किया।
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ खर्कवाल को ज्ञापन प्रेषित किया। इसके बाद पनेरु के नेतृत्व में नर्सिंग स्टाफ ने राजकीय मेडिकल कॉलेज सुशीला तिवारी अस्पताल के प्राचार्य डॉ अरुण जोशी व मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉक्टर ओली से विस्तार पूर्वक बैठक कर चर्चा की। उच्च अधिकारियों से संपर्क किया गया जिस पर सभी अधिकारियों ने एक सप्ताह में नियुक्ति देने का आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त करवाया ।पनेरु ने कहा कि अगर एक सप्ताह में नर्सिंग स्टाफ को नियुक्ति नहीं दी गई तो देहरादून में मुख्यमंत्री आवास में धरना प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की होगी। आज के धरना प्रदर्शन में समाजसेवी प्रेम जोशी, रेखा, सोनी, बबीता, बिना, अनीता,बबीता, पिंकी,भावना, कल्पना ,चांदनी, नेहा, बबली, प्रतिभा, पूजा ,नितेश ,जीशान सहित दर्जनों नर्सिंग स्टाफ के लोग मौजूद थे।






