हल्द्वानी। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज प्रभाकर और उनके बेटे रोहन प्रभाकर के खिलाफ हल्द्वानी कोतवाली में पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया है। पिता-पुत्र पर हल्द्वानी के प्रतिष्ठित व्यापारी से लाखों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।
तहरीर देते हुए बरेली रोड निवासी जसविंदर सिंह ने बताया कि वह श्री गुरुनानक इंटरप्राइजेज के मालिक हैं। उनकी फर्म सुपर स्टॉकिस्ट के तौर पर काम करती है, जो एफएमसीजी कंपनियों का फैक्ट्री से माल लेकर कुमाऊं में सप्लाई करती है। ऐसी ही एक कंपनी नेचुरंस हर्बल प्राइवेट लिमिटेड पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज प्रभाकर और उसके बेटे रोहन प्रभाकर की थी, जो सौंदर्य उत्पाद बनाती थी। आरोप है कि दोनों ने हल्द्वानी के व्यापारी से ढाई लाख रुपये लेकर उन्हें कुमाऊं का डिस्ट्रीब्यूटर बनाया और ब्लैंक चेक लेकर माल दे दिया।
क्रिकेटर की कंपनी माल भेजती रही और जसविंदर उसे सप्लाई करते रहे। आरोप है कि एक दिन पूर्व क्रिकेटर ने अपनी कंपनी बंद कर दी। कंपनी से नया माल नहीं मिला और पुराना माल बाजार में फंस गया। आरोप है कि इस बीच कंपनी के मार्केटिंग हेड किरन ने बाजार से सीधे पैसा उठवा लिया। जसविंदर का आरोप है कि इससे उन्हें लाखों का नुकसान हुआ। इसके अलावा उनके ब्लैंक चेक और ढाई लाख रुपये भी नहीं लौटाए गए। व्यापारी ने हल्द्वानी कोतवाली, सीओ और एसएसपी दफ्तर तक चक्कर काटे लेकिन पुलिस जांच की बात कहकर टरकाती रही। आहत होकर व्यापारी ने कोर्ट की शरण ली। अब अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अखिलेश कुमार पांडे की अदालत ने मामले में हल्द्वानी कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं। कोतवाल राजेश कुमार यादव ने बताया कि पिता-पुत्रों के अलावा एक अन्य पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।






