दिल्ली। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बाद अब इस साल दिल्ली में भी कांवड़ यात्रा नहीं निकाली जाएगी। कोरोना संक्रमण के कारण दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने रविवार को एक अधिसूचना जारी कर वार्षिक तीर्थयात्रा को रद्द करने की आशंका जताई थी। आपको बता दें कि कोरोनो वायरस महामारी की तीसरी लहर को लेकर आशंका प्रबल आसंका जताई जा रही है।
डीडीएमए ने अपने नोटिफिकेशन में कहा, ”इस साल कांवड़ यात्रा 25 जुलाई से शुरू होनी है। उत्तराखंड सरकार द्वारा इसे रद्द करने के बावजूद कांवड़ यात्रा-2021 के दौरान सभाओं/जुलूसों की आशंका है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) में कोविड -19 वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कांवड़ यात्रा-2021 की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।”
आपको बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए कांवड़ यात्रा रद्द करने का निर्णय लिया था। संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने प्रदेश सरकार से यात्रा के आयोजन पर पुनर्विचार करने को कहा था। यात्रा को लेकर कांवड़ संघों की तैयारियों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी मुकुल गोयल को कांवड़ संघों से बातचीत करने का निर्देश दिया था।
सरकार की कोशिशों से कांवड़ संघ मान गए। शनिवार को देर शाम राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार की अपील पर कांवड़ संघों ने यात्रा रद्द करने का फैसला किया। इस फैसले से यात्रा को लेकर जारी गतिरोध दूर हो गया है। अब कांवड़ यात्रा से जुड़े दोनों राज्यों उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में यह यात्रा रद्द रहेगी। कांवड़ यात्रा 25 जुलाई से शुरू होनी थी।
उत्तराखंड सरकार ने पहले ही कांवड़ यात्रा की अनुमति नहीं देने का फैसला ले लिया था। इसके बाद यूपी में कांवड़ यात्रा की तैयारियों का सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया था। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देश को कोरोना की तीसरी लहर के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर बिल्कुल मुहाने पर खड़ी है, थोड़ी सी असावधानी भारी पड़ सकती है।