देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में औषधि नियंत्रण विभाग के निरीक्षण में शहर के कुछ मेडिकल स्टोर पर एक्सपायरी दवाएं मिलीं। वहीं, कुछ जगह नशीली दवाएं बिकने की शिकायतें भी मिली हैं। विभाग ने दो दुकानों को सात व एक दुकान को 10 दिन के लिए बंद कर दिया है। जबकि, दो दुकानों को सील किया गया है।
शहर में दवा की दुकानों की लगातार मिल रही शिकायत पर शुक्रवार शाम औषधि नियंत्रण विभाग और फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) विजिलेंस की संयुक्त टीम ने मेहूंवाला क्षेत्र में दवा की दुकानों पर छापा मारा। दवा की दुकानों में फार्मासिस्ट न होना, दवा का सही से रखरखाव न किया जाना, अन्य दवाओं के साथ ही साइकोट्रॉपिक दवाओं के क्रय विक्रय का रिकॉर्ड न होना और कुछ दवाएं एक्सपायरी डेट की मिलने जैसी अनियमितताएं पकड़ी गईं।
औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने जनता मेडिकोज व अंसार मेडिकल स्टोर को एक हफ्ते और श्री गुरु कृपा मेडिकल स्टोर मेहूंवाला को 10 दिन के लिए बंद करा दिया है। इसके अलावा क्रय विक्रय का रिकॉर्ड न होने पर अमन मेडिकोज मेहूंवाला का लाइसेंस निलंबित करने की संस्तुति की गई है।
इसी दौरान टीम को किसी ने सूचना दी कि ऋषि विहार, मेहूंवाला में कृष्णा मेडिकल स्टोर पर नशे की दवाएं बिकती हैं। टीम के छापे की कार्रवाई करने से पहले ही संचालक दुकान बंद कर फरार हो गया। इस पर दुकान को सील कर दिया गया। जबकि, कार्की मेडिकल स्टोर ऋषि विहार को भी सील कर दिया गया। टीम ने इस दौरान अलग-अलग दुकानों से संदिग्ध दवाओं के पांच नमूने भी लिए हैैं।
यह कार्रवाई आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन डॉ. पंकज पांडेय के निर्देश और राज्य के औषधि नियंत्रक हेमंत नेगी व सहायक औषधि नियंत्रक एसएस भंडारी के दिशा-निर्देश पर की गई। टीम में वरिष्ठ औषधि निरीक्षक देहरादून नीरज कुमार, वरिष्ठ औषधि निरीक्षक उधमसिंहनगर डॉ. सुधीर कुमार और एफडीए विजिलेंस टीम के एसआई जगदीश रतूड़ी आदि शामिल रहे।