- इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान की राजनीति में बड़ा उलटफेर होने की संभावना है लेकिन इससे पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत का लोहा मानते हुए तारीफ की है। इमरान ने कहा कि साथ वाला हमारा मुल्क है हिंदुस्तान, मैं हिंदुस्तान को दाद देता हूं। उन्होंने अपनी विदेशी नीति को हमेशा स्वतंत्र रखी है। आज भारत क्वाड में अमेरिका के साथ साझेदारी की हुई है। भारत अपने आप को न्यूट्रल कहता है। रूस से तेल की खरीद कर रहा है जबकि प्रतिबंध लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत की नीति अपने लोगों के हित के लिए है।
पाकिस्तान के दरगाई में एक रैली में बोलते हुए इमरान ने कहा- “मैं हिन्दुस्तान को दाद देता हूँ कि उसने अपनी फॉरेन पॉलिसी आज़ाद रखी हुई है। अमेरिका से भी एलायंस हैं और रूस से भी हिंदुस्तान की पॉलिसी अपने लोगों की बेहतरी के लिए है।”
उल्लेखनीय है कि इन दिनों पाकिस्तान की राजनीति में उथल-पुथल है। विपक्ष पाक पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। विपक्ष का कहना कि इमरान चंद दिनों के मेहमान हैं। उधर, पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विचार करने के लिए 25 मार्च को सदन का सत्र बुलाने की रविवार को घोषणा की। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के करीब 100 सांसदों ने आठ मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव दिया था। इसमें आरोप लगाया गया है कि इमरान नीत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार देश में आर्थिक संकट और मुद्रास्फीति के लिए जिम्मेदार है।
69 वर्षीय इमरान खान गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं और अगर कुछ सहयोगी दल पाला बदलने का फैसला करते हैं तो उन्हें हटना पड़ सकता है। क्रिकेट से राजनीति में आए खान को हटाने के लिए विपक्ष को 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 172 वोटों की जरूरत है। इमरान की पार्टी के सदन में 155 सदस्य हैं और सरकार में बने रहने के लिए उन्हें कम से कम 172 सांसदों की जरूरत है। उनकी पार्टी बहुमत के लिए कम से कम छह राजनीतिक दलों के 23 सदस्यों का समर्थन ले रही है।