कोलंबो। श्रीलंका में वित्तीय संकट के बीच सर्वदलीय सरकार बनने जा रही है। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने सभी दलों को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। गोटबाया राजपक्षे ने सभी दलों से अपील की है कि, मंत्रालय में शामिल होकर सभी दल देश में आए संकट का समाधान निकालें। दरअसल, श्रीलंका में हिंसा और राजनीतिक अटकलों के बीच देर रात मंत्रिमंडल ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, प्रधानमंत्री महिंदा राजपेक्ष ने अपना इस्तीफा नहीं सौंपा था। उन्होंने कहा कि, वर्तमान संकट आर्थिक और वैश्विक कारणों से उभरा है। आने वाली पीढ़ियों और राष्ट्रहित के लिए हम सभी को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी पार्टी के प्रतिनिधियों को सरकार में मंत्री पद के लिए आमंत्रित किया है।
श्रीलंका के विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की अपील की। उन्होंने कहा कि, हमारी यथासंभव मदद करें। यह हमारी मातृभूमि है। इसके बचाने में हमारी मदद करें। उन्होंने कहा कि, वहीं चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि, हम सभी चीजों के लिए तैयार हैं।
श्रीलंका में आपातकाल और मंत्रिमंडल के सामूहिक इस्तीफे के बाद चार नए मंत्रियों ने सोमवार को शपथ ली है। इसमें वित्त मंत्री से लेकर विदेश मंत्री तक शामिल हैं। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के सामने अली साबरी ने वित्त मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। उन्होंने बेसिल राजपक्षे की जगह मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। वहीं जीएल पेइरिस नए विदेश मंत्री होंगे। दिनेश गुणवर्धने को शिक्षा मंत्री बनाया गया है तो जॉनसन फर्नांडो राजमार्ग मंत्रालय दिया गया है।