*विधायकी नहीं मिली तो हार की खीझ में गरीब का रोज़गार छीन रही भाजपा: सुमित हृदयेश*

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हल्द्वानी। विधायक सुमित हृदयेश ने कहा है कि विधायक चुनाव में हार की झुंझलाहट को अतिक्रमण हटाओ अभियान का नाम देकर भाजपा नेता कुछ ऐसे काम कर रहे हैं जैसे खिलौना न मिलने पर छोटा बच्चा बाकी का सारा सामान तोड़ देता है।
उन्होंने कहा कि आज वे मंगल पड़ाव के मछली बाजार में शुरू होने वाले अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध करने के लिए निकलने वाले थे तभी भारी पुलिस बल के साथ आए प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया।
अधिकारियों ने कहा कि वे उनकी सुरक्षा के लिए उन्हें घर से बाहर निकलने से रोक रहे हैं। जबकि सुरक्षा की आवश्यकता उन्हें नहीं बल्कि भाजपा के उन नगर निगम पदाधिकारियों को है जो इस अभियान को चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनके दरवाजे पर पुलिस की पहरेदारी से उनकी जुबान बंद नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि वे अतिक्रमण हटाओ अभियान की खिलाफत नहीं कर रहे हैं बल्कि अभियान को सही मायनों में लागू करने की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नगर निगम को चाहिए था कि गरीबों के रोजगार को नेस्तेनाबूद करने से पहले वे उन बड़े व्यापारियों के दरवाजे भी जेसीबी चलवाते जहां उन्होंने अतिक्रमण करके सड़कें घर रखी है।
उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में तमाम उंची पहुंच वाले लोगों के मकान बने हुए है। क्या इन माननीयों के मकानों की पैमाइश करवाई गई कि उनके पास कुलल कितनी जमीन होनी चाहिए थी और उनके कब्जे में कितनी जमीन है।
उन्होंने कहा कि मेयर विधानसभा चुनाव में हार गए थे इसकी खीज वे गरीब व्यापारियों पर निकाल रहे हैं जिन्होंने उन्हें वोट दिया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी ने उन्हें वोट नहीं दिया तो उन्हें इसके लिए अपने गिरेबान में भी झांकना चाहिए कि किन वजहों से उन्हें जीत नहीं मिली।
विधायक ने कहा कि नगर निगम की हालत उस बच्चे की तरह है जिसे मनचाहा खिलौना नहीं मिलता तो वह बाकी का सारा सामान तोड़ने लगता है। उन्होंने कहा कि पुलिस की पहरेदारी से उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता। इसका खामियाजा भाजपा को जल्दी ही भुगतना होगा। जब नगरनिगम की कुर्सी भाजपा के हाथों से चली जाएगी।

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