पिथौरागढ। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल ने आखिर रंग ला दिया। बीआरओ ने तवाघाट से लिपुलेख तक बने मोटर मार्ग पर वर्ती घाट के निकट ठुलगैर नामक स्थान पर आए मलबे, पत्थर को मशीनों से साफ मोटर मार्ग चौड़ा तथा यातायात के लिए सुरक्षा आयुक्त बना दिया।
इसके लिए जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने इसके लिए क्षेत्र की जनता की ओर से बीआरओ की चीफ इंजीनियर एएस राठौर टनकपुर का आभार जताया।
धारचूला तहसील के अंतर्गत तवाघाट से लिपुलेख तक बने मोटर मार्ग में वर्ती घाट के निकट ठुलगैर गए नामक स्थान पर 500 मीटर की परिधि में चट्टान से निकले वह पत्थर ने सड़क का अधिकांश भाग चट्टान के रूप में बदल दिया था।
इस स्थान पर मोटर मार्ग का हिस्सा काफी छोटा होने के कारण एक बार में एक ही वाहन पास हो पा रहे थे। एक वाहन को भी आर पार जाने में खतरा बना हुआ था। कभी भी स्थान पर कोई अनहोनी घटना घट सकती थी। बीआरओ मलवा, पत्थर को हटाने का नाम नहीं ले रहा था।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने जयकोट का दौरा करने के बाद लौटते समय इस मंजर को देखा ।
उन्होंने तत्काल बीआरओ की मुख्य अभियंता एएस राठौर टनकपुर से फोन पर बात की। मुख्य अभियंता ने समस्या की जटिलता को देखते हुए तत्काल कमाडंर धारचूला को आदेशित किया। मशीन लगाकर मोटर मार्ग में पड़े पत्थर तथा मलवे को साफ कर चौड़ा तथा यातायात के लिए सुगम बना दिया गया।
चीफ इंजीनियर की पहल के बाद क्षेत्र के 13 ग्राम पंचायतों की जनता को इस स्थान पर मोटर मार्ग में सुरक्षित एवं सुगम यातायात का लाभ प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि जबसे के चीफ इंजीनियर के रूप में इस नये अधिकारी का आगमन हुआ है, सीमा सड़क संगठन नये रूप में कार्य करते हुए नजर आ रहा है।
इसके लिए उन्होंने तथा चीफ इंजीनियर का आभार जताया।