देहरादून। उत्तराखंड में बिजली विभाग के दफ्तरों में सुबह 11 बजे से पहले कोई भी एसी (एयर कंडीशनर) नहीं चलेगा। जहां बहुत जरूरी होगा, वहां एसी 24 डिग्री तापमान पर ही चला सकेंगे। उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड(यूपीसीएल) के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने सभी कार्यालयाध्यक्षों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
प्रदेश में लगातार बिजली किल्लत चल रही है। गर्मी के साथ ही बिजली की डिमांड भी बढ़ती ही जा रही है। इसको देखते हुए ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक ने अपने सभी दफ्तरों में सख्ती शुरू कर दी है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि किसी भी दफ्तर में सुबह 11 बजे के बाद ही एसी चले। एसी की सेटिंग 24 डिग्री पर ही रखना सुनिश्चित करें। जब भी कोई अधिकारी, कर्मचारी किसी विभागीय काम से या भोजन के लिए कार्यालय में अनुपस्थित हो तो लाइट, पंखा, एसी, कूलर आदि को बंद करना सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि परिसर, कॉरिडोर, शौचालय और अन्य स्थानों पर दिन के समय में जब प्राकृतिक रोशनी होती है, तब लाइट व पंखों का इस्तेमाल न किया जाए। जहां तक संभव हो सके, एक कक्ष में एक से अधिक अधिकारी अपने कार्यों को बैठकर पूरा करें। दफ्तर में लगे हुए कंप्यूटर, प्रिंटर को बिना आवश्यक कार्य दिनभर खुला न रखा जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने अधीन काम करने वाले कर्मचारियों को बिजली बचत के प्रति जागरूक रखें।
यूपीसीएल ने बिजली संकट के इस वक्त में सभी उपभोक्ताओं से भी अधिक से अधिक बिजली बचाने की अपील की है। यूपीसीएल एमडी की ओर से जारी अपील में कहा गया है कि घर के गीजर, कंप्यूटर, टीवी आदि को जरूरी होने पर ही चलाएं। पंखा, ट्यूबलाइट, फ्रिज, एसी का बहुत जरूरी होने पर ही उपयोग करें। अपने बच्चों को भी बिजली बचत के प्रति जागरूक करें।