रामनगर। रामनगर कोतवाली क्षेत्र के सावल्दे में 13 जून को दुकानदार भूपाल सिंह उर्फ रोहित ठाकुर की मौत का खुलासा हो गया है। मृतक अत्यधिक स्मैक का आदि था और घर वालों को परेशान करता था। इससे नाराज घर के लोगों ने ही उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मृतक के पिता और, भाई को गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली रामनगर पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए दो पारिवारिक सदस्यो को गिरफ्तार करने की जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक मृतक भूपाल सिंह बिष्ट, उर्फ रोहित ठाकुर पुत्र मोहन सिंह विष्ट निवासी सावल्दे पश्चिम रामनगर जिला नैनीताल को उसके परिजनों द्वारा मृत अवस्था में राजकीय संयुक्त चिकित्सालय रामनगर दाखिल किया गया। इस सम्बन्ध में थाना रामनगर पर दाखिला मैमो की जांच की गयी तो मृतक की गला काटकर हत्या करना प्रतीत हुआ। इस सम्बन्ध में मृतक के परिजनों की तरफ से कोई तहरीर या अन्य कोई सूचना थाना रामनगर पर प्राप्त नहीं हुई। इस घटना के सम्बन्ध में थाना रामनगर से जांच प्रारम्भ की गयी तो प्रथम दृष्टया मृतक भूपाल सिंह विष्ट की हत्या उसके परिजनों द्वारा किया जाना प्रकाश में आया । घटना में मृतक की गला काटकर हत्या करना प्रकाश में आने पर उपनिरीक्षक बी. सी. मासीवाल द्वारा घटना के सम्बन्ध में विस्तृत विवेचना हेतु धारा 302/201 भादवि पंजीकृत कराया गया, जिसकी विवेचना अरुण कुमार सैनी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रामनगर द्वारा स्वयं की गयी।
विवेचना के दौरान प्रकाश में आया, कि मोहन सिंह पुत्र स्व0 जीत सिंह निवासी सावल्दे पश्चिम रामनगर के तीन बच्चे हैं जिनमें सबसे बड़ा भूपाल सिह विष्ट उर्फ रोहित ठाकुर, दूसरे नम्बर का दीपक विष्ट तथा तीसरे नम्बर की बहन किरन विष्ट हैं, घर में मृतक भूपाल सिंह की माता श्रीमती राधा देवी तथा ताऊ आनंद सिह भी साथ ही रहते है। दीपक विष्ट राधे हरि डिग्री कालेज में काशीपुर में संविदा अनुसेवक है। वही कॉलेज के कैम्पस में ही रहता है। छुट्टी के दिन एवं शनिवार रविवार को ही घर आता जाता है। मृतक भूपाल सिह उर्फ रोहित ठाकुर घर के बंगल में ही परचून/सब्जी की दुकान चलाता था। वह विगत तीन साल से स्मैक पीने का आदि हो गया था। अक्सर घऱ से पैसे की डिंमाड करता था। पैसे न देने पर घर वालों से गाली गलौच मारपीट करता रहता था। मृतक भूपाल सिंह इस कदर नशे की गिरफ्त में आ चुका था कि उसे अच्छा- बुरा कुछ समझ में नहीं आता था। उसके घर वालों ने कई बार उसे नशा मुक्ति केन्द्र भेजा मगर नशा मुक्ति केन्द्र से आने के बाद कुछ वह दिन ठीक रहता था फिर नशा करने लग जाता था। 11 जून को मृतक ने शाम को घऱ में झगडा किया तथा अपने ताऊ आनंद सिह के साथ मार-पीट कर अंगुठा काट दिया था जिसमे 5-6 टांके आये थेह इस सम्बन्ध में मोहन सिंह ने थाना रामनगर में मृतक भूपाल सिंह के खिलाफ रिपोर्ट लिखायी थी। जब घटना की जानकारी मृतक की बहन किरन ने अपने दूसरे भाई दीपक विष्ट को दी तो वह दिनांक 12 जून को रविवार के दिन काशीपुर से अपने घऱ सावल्दे-सुबह लगभग 8 बजे पहुंचा तो घऱ आते ही मृतक रोहित ठाकुर ने दीपक बिष्ट से झगडा किया और उसके साथ मार-पीट की। इसके बाद घऱ से बाजार की तरफ चला गया । मृतक भूपाल सिंह ने उस दिन भी शाम को घर में झगड़ा फसाद किया। दूसरे दिन दिनांक 13 जून को समय लगभग 10 बजे रात भूपाल सिंह उर्फ रोहित ठाकुर घर पर आया और घर में लड़ाई झगडा मारपीट करने लगा। और कहने लगा कि तुमने मेरी रिपोर्ट करायी हैं मैं तुम सब को देख लूंगा मेरे भाई ने मेरी मां ,बहन ,पिताजी ,ताऊजी व मेरे साथ मारपीट की और अपने भाई दीपक विष्ट को भी लात घुंसो से मारने लगा। पिता मोहन सिंह ने कहा की इसको जान से मार देते है। फिर मृतक के पिता मोहन सिंह ,बहन किरन तथा मां राधा देवी ने मृतक भूपाल सिंह को गले पर सब्जी काटने वाले चाकू से दो प्रहार किये जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गयी, उसके बाद सबने मिलकर रोहित ठाकुर की लाश अपने घर के गेट से बाहर सड़क पर फेंक दी।
फंस जाने के डर से दुनिया को दिखाने के लिये मोहन सिंह डायल 108 से भूपाल सिंह उर्फ रोहित ठाकुर की लाश को अस्पताल लेकर गये तथा उसकी लाश को सी.एच.सी रामनगर के मोरचरी में रखवा दिया। दीपक को घर से भगा दिया समाज को दिखाने के लिए दीपक विष्ट काशीपुर से अगले दिन पुनः काशीपुर से घर वापिस आया ।
उक्त घटना में मोहन सिंह, दीपक विष्ट , राधा देवी तथा किरन की संलिप्तता प्रकाश में आने पर आज अभियुक्त मोहन सिंह तथा दीपक विष्ट को सावल्दे में अपने घर के बाहर से जब वे कहीं भागने की फिराक में थे तो गिरफ्तार कर लिया गया। उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त किया गया चाकू बरामद किया गया है । अभियुक्तों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जाएगा ।
पुलिस टीम मेएस.एच.ओ. रामनगर अरुण कुमार सैनी, वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रेमराम विश्वकर्मा , एच सी पी नन्दन सिंह नेगी , हेमन्त सिंह, भूपेन्द्र सिंह, गगन भण्डारी,राजेन्द्र पुंडीर शामिल थे।