जिस अर्पिता के घर में 50 करोड़ मिले, उसका कागजों का बिजनेस पार्टनर तो निकला ड्राइवर

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कोलकात्ता। पश्चिम बंगाल एसएससी भर्ती घोटाले मामले में एक विशेष अदालत ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की ईडी की हिरासत 5 अगस्त तक बढ़ा दी है। हालांकि, इसी कड़ी में एक और जानकारी सामने आई है कि कल्याण धर नाम का एक शख्स जो अर्पिता की तीन कंपनियों का निदेशक और करोड़ों रुपये के कारोबार में पार्टनर है, असल में वह एक ड्राइवर है।
अर्पिता मुखर्जी के साथ तीन फर्मों के सह-निदेशक के रूप में नामित कल्याण धर अब एसएससी घोटाला मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की रडार में आ गया है। ईडी इस मामले में बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कल्याण धर कागजों पर तो करोड़पति है लेकिन उसके पास एक अदद बाइक भी नहीं है।
अर्पिता मुखर्जी की तीन फर्मों और उनके सह निदेशक के रूप में नामित कल्याण धर के बारे में इंडिया टुडे की रिपोर्ट में बताया गया है कि उसे (कल्याण धर) कोलकाता स्थित एक फर्म सिम्बायोसिस मर्चेंट्स प्राइवेट लिमिटेड में 1 जुलाई 2021 को कंपनी का निदेशक बनाया गया था। इसी फार्म में अर्पिता भी 21 मार्च, 2011 से कंपनी में निदेशक थीं। असल में कोलकाता के पास एक छोटे से घर में रहने वाला कल्याण धर कार ड्राइवर है और उसकी की पत्नी अर्पिता मुखर्जी की बहन हैं। इस तरह रिश्ते में कल्याण धर, मुखर्जी का बहनोई है। रिपोर्ट के मुताबिक, कल्याण धर की पत्नी एक एक स्कूल में ग्रुप-डी स्टाफ है। पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी के बहनोई कल्याण भले ही कागजों पर करोड़पति है, वास्तव में वह कार ड्राइवर है और उसके पास खुद की बाइक तक नहीं है।

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