हल्द्वानी से गुरूग्राम बुलाकर प्रेमिका ने मार डाला प्रेमी, छह माह बाद मिला खेत में दफनाया शव

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गुरूग्राम। गुरुग्राम के भोंडसी इलाके में रहने वाली एक महिला ने अपने पति के साथ मिलकर प्रेमी की हत्या करने के बाद उसका शव कॉलोनी में ही एक खाली प्लॉट में दफना दिया था। मृतक बनी मौर्य उत्तराखंड के हल्द्वानी का रहने वाला था और साढ़े पांच माह से संदिग्ध हालात में लापता था।
मृतक के संदिग्ध हालत में लापता होने की उसके भाई द्वारा अप्रैल माह में दी गई शिकायत पर उत्तराखंड पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हत्यारोपी पति-पत्नी को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया। उत्तराखंड पुलिस उन्हें गुरुवार को शाम करीब चार बजे भोंडसी की शिव विहार कॉलोनी में लेकर पहुंची। यहां उनकी निशानदेही पर स्थानीय पुलिस और ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार लच्छीराम की मौजूदगी में जेसीबी से खुदाई करवाकर देर रात मृतक का शव निकलवाया गया।
धनदेवी ने अपने पति हरीश पाल के साथ मिलकर उसकी यहीं पर हत्या कर दी थी और उसका शव प्लास्टिक के थैले में डालकर कॉलोनी के ही एक प्लॉट में दफना दिया था। मृतक के छोटे भाई रूपचंद मौर्य ने 21 अप्रैल को उत्तराखंड के हल्द्वानी के काठगोदाम की एक पुलिस चौकी में उसके संदिग्ध हालात में लापता होने का मामला दर्ज कराया था। बनी मौर्य की तलाश में उत्तराखंड की पुलिस करीब डेढ़ माह पहले भोंडसी की शनि विहार कॉलोनी में धनदेवी के किराये के मकान पर भी आई थी। पुलिस को देख हो गए थे फरार पुलिस को मकान के मेन गेट पर देखकर पति-पत्नी पिछले दरवाजे से भाग गए थे, जिन्हें उत्तराखंड पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में इन्होंने हत्याकांड का खुलासा किया। उत्तराखंड पुलिस इन्हें गुरुवार को लेकर फिर भोंडसी की शिव विहार कॉलोनी में पहुंची और यहां उस प्लॉट में खुदाई करवाई जहां, इन्होंने बनी मौर्य का शव दफनाया था। तीन घंटे तक चली खुदाई के बाद पुलिस ने शव को बरामद कर लिया। पुलिस का कहना है कि इस मामले के आगे की कार्रवाई की जा रही है।
मृतक के छोटे भाई रूपचंद मौर्य ने पुलिस को बताया कि धनदेवी और उसके बड़े भाई के बीच शादी से पहले से संबंध थे। होली पर हल्द्वानी गई धनदेवी अपना मोबाइल नंबर बनी मौर्य को देकर आई थी। इसके बाद दोनों के बीच दोबारा से बातचीत होने लगी और धनदेवी ने उसे मिलने के लिए गुरुग्राम बुलाया था। 14 अप्रैल को बनी घर से गाजियाबाद जाने की बात कहकर आया था और एक दो दिन में घर वापस आने की बात कही थी, लेकिन उसका भाई सात दिन बाद भी घर नहीं पहुंचा तो उन्होंने स्थानीय पुलिस चौकी में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।

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