हल्द्वानी। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय निरीक्षण व मूल्यांकन का कार्य शुक्रवार को सम्पन्न हो गया है। परिषद की पांच सदस्यीय टीम ने विश्वविद्यालय की अकादमिक, प्रसाशिनक व भौतिक संसाधनों का मूल्यांकन व निरीक्षण किया। 12 अक्टूबर से शुरू यह निरीक्षण कार्य 14 अक्टूबर तक चला, जिसमें परिषद की ओर गठित पांच सदस्यीय कमेटी में कमेटी के अध्यक्ष और 4 अन्य सदस्य मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि उच्च शिक्षण संस्थानों व विश्वविद्यालयों के अकादमिक व प्रशासनिक गुणवत्ता के मूल्यांकन के लिए भारत में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद(नैक) की स्थापना की गई है। इसी परिषद की एक टीम ने उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में अपने तीन दिवसीय कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की अकादमिक और अन्य कार्यो का निरीक्षण व मूल्यांकन किया। विश्वविद्यालय की ओर से ‘सीका’ आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन केन्द्र ने कार्य का समन्वय किया।
प्रभारी जनसंपर्क अधिकारी डा राकेश रयाल ने जानकारी देते हुए बताया कि टीम ने विश्वविद्यालय के सभी स्कूलों, विभागों का निरीक्षण कर उनके अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों/पाठ्यक्रमों की अध्ययन सामग्री, कार्यक्रमों/पाठ्यक्रमों की संरचना, विश्वविद्यालय में इन पाठ्यक्रमों को शुरू करने के उद्देश्यों और उपयोगिताओं को जांचा, जाना। टीम ने सभी विषयों के शिक्षकों की शैक्षिक उपलब्धियों, शोध कार्यों व विशेष शैक्षिक/शोध उपलब्धियों को भी जाना। मूल्यांकन कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओ पी. एस. नेगी तथा विश्वविद्यालय में ‘सीका’ के निदेशक प्रो. आर. सी. मिश्र ने विश्वविद्यालय की समस्त शैक्षिक/शोध/प्रशासनिक व अन्य अकादमिक गतिविधियों, उपलब्धियों को पीपीटी के माध्यम से टीम के सम्मुख रखा। इसके बाद सभी स्कूलों का निरीक्षण किया गया।
दूसरे दिन विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय हल्द्वानी व अध्ययन केन्द्र एम. बी. पी. जी. कालेज हल्द्वानी, एस. बी. एस. पीजी कॉलेज रूद्रपुर और विश्वविद्यालय मुख्यालय हल्द्वानी में स्थित आदर्श अध्ययन केन्द्र सं0 16000 का निरीक्षण व मूल्यांकन किया गया। असके अलावा विश्वविद्यालय के विभिन्न निदेशालयों जैसे क्षेत्रीय सेवाएं, शोध, एमपीडीडी तथा शोध के साथ-साथ विभिन्न अनुभागों प्रवेश अनुभाग, परीक्षा अनुभाग, वित्त अनुभाग, अधिष्ठान, केन्द्रीय पुस्तकालय, क्रेश, सूचना का अधिकार, सामुदायिक रेडियो, आईसीटी, वीडियो प्रोडक्शन आदि का निरीक्षण व मूल्यांकन किया।
अंतिम दिवस पर सभी निदेशकों व अनुभाग प्रभारियों के साथ सभी दस्तावेजों को मंगवाकर सवाल जवाब कर कार्यो का मूल्यांकन किया और अपनी रिपोर्ट तैयार की। टीम अपनी रिपोर्ट नैक को सौंपेगी और रिपोर्ट सौंपने के एक या 2 दिन बाद विश्वविद्यालय को नैक द्वारा ग्रेड जारी किया जाएगा।
बता दें कि विश्वविद्यालय को नैक की ग्रेड देने हेतु टीम द्वारा किये गए निरीक्षण व मूल्यांकन के दौरान विश्वविद्यालय के अधिकारियों/शिक्षकों व कर्मचारियों में खासा उत्साह देखने को मिला। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 ओ. पी. एस. नेगी ने कहा कि यह कार्य विश्वविद्यालय के लिए किसी बड़ी चुनोती से कम नहीं था लेकिन विश्वविद्यालय की पूरी टीम ने नैक के इस निरीक्षण व मूल्यांकन कार्य में पूरा सहयोग व साथ दिया। उन्होने ‘नैक’ की टीम का आभार व्यक्त किया तथा विश्वविद्यालय परिवार के समस्त सदस्यों का भी आभार जताया।