हरिद्वार। बाल अपराध की रोकथाम एवं भिक्षावृत्ति कराने वाले अपराधियों पर अंकुश लगाने के सम्बन्ध में एसएसपी अजय सिंह द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में Anti human trafficking unit ने चार जनवरी को आवारा किस्म के शातिर नशाखोर प्रिंस पुत्र मनोज निवासी रोड़ी बेलवाला हरिद्वार के कब्जे से दो नाबालिग सगी बहनों को आजाद कराने में कामयाबी हासिल की।
एएचटीयू टीम द्वारा की गई पूछताछ में जानकारी मिली की मां का देहांत होने पर कथित पिता दोनों सगी बहनों को हरिद्वार छोड़कर चला गया था। लावारिस होकर गुजर बसर की कोशिश कर रही दोनों बहनों के सम्पर्क में आने पर अभियुक्त प्रिंस ने पहले इन दोनों को डरा-धमकाकर पहले जबरदस्ती फ्लूड नशे आदि का सेवन कराकर उनका शारीरिक शोषण करना शुरु किया और फिर हर की पैड़ी में भिक्षाटन का काम करवाना शुरु कर दिया।
मुखबिर से सूचना मिलने पर नोडल ऑफिसर निहारिका सेमवाल के निर्देशन में एएचटीयू. टीम ने दोनों नाबालिक बहनों को मुक्त कराकर अभियुक्त प्रिन्स के विरुद्ध कोतवाली नगर में पोक्सो एक्ट व अन्य सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराकर अभियुक्त प्रिन्स को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया तथा बालिकाओं को शिशु बालिका गृह केदारपुरम देहरादून में आश्रय दिलाया गया।
जिस पर क्षेत्रीय जनता द्वारा हरिद्वार पुलिस की कार्यवाही की भूरी-भूरी प्रशंसा की गयी।
टीम में सीओ ऑप्स निहारिका सेमवाल (नोडल एएचटीयू), निरीक्षक राकेश सिंह कठैत (प्रभारी एएचटीयू) भावना कैन्थौला (प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर), हेड कांस्टेबलराकेश कुमार (एएचटीयू हरिद्वार), महिला कांस्टेबल हेमलता हरिद्वार, चालक दीपक चंद शामिल थे।