उद्योगपति के घर से दस लाख रुपए उड़ाने वाले चंपावत के दो युवक गिरफ्तार

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हरिद्वार। चम्पावत जिले के दो युवकों ने हरिद्वार में एक उद्योगपति के यहां से दस लाख रुपये की चोरी कर ली। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि उद्योगपति यूसी जैन के कार्यालय से 10 लाख रुपये की चोरी उनके ही पूर्व चालक ने अपने साथी के साथ मिलकर की थी। ज्वालापुर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से बैंक में जमा एक लाख की राशि सहित 5.62 लाख रुपये और मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन बरामद किया है। एसएसपी अजय सिंह ने खुलासा करने वाली टीम की पीठ थपथपाई है।
ज्वालापुर कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि 28 दिसंबर को जुर्स कंट्री स्थित द विज्डम ग्लोबल स्कूल के चेयरमैन यूसी जैन के कार्यालय से 10 लाख रुपये की रकम चोरी कर ली गई थी। स्कूल संचालक शशिभूषण चौहान की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी के नेतृत्व में एक टीम खुलासे के लिए लगाई गई। जांच पड़ताल के बाद सामने आया कि चोरी की घटना को यूसी जैन के पूर्व चालक आनंद सिंह ने अपने साथी मनोज चंद के साथ मिलकर अंजाम दिया।
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी आनंद कार्यालय के अंदर मेज की दराज में रखी रकम की बात से अच्छी तरह वाकिफ था। करीब पांच माह पहले ही उसने यहां से नौकरी छोड़ दी। इसके बाद दिल्ली जाकर टैक्सी चलाने लगा। 28 दिसंबर की रात को आरोपी अपने दोस्त के साथ हरिद्वार आया और स्कूल के बीच के गेट पर सुरक्षाकर्मी न होने का फायदा उठाकर अंदर घुस गया। चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद दोनों फरार हो गए। आरोपियों की धरपकड़ के लिए वरिष्ठ उप निरीक्षक संतोष सेमवाल की अगुवाई में एक टीम अलग-अलग इलाकों में दबिश के लिए भेजी गई। इसके बाद रविवार को टीम ने रानीपुर झाल के पास से दोनों आरोपी आनंद सिंह निवासी ग्राम मटयानी थाना पंचेश्वर जिला चम्पावत और मनोज चंद निवासी ग्राम चमदेवल थाना लोहाघाट जिला चम्पावत को गिरफ्तार कर लिया गया। सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल ने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी संतोष सेमवाल ने बताया कि आरोपी आनंद ने उधारी की रकम चुकाने के साथ ही अपनी तंगहाली दूर करने के लिए चोरी का तानाबाना बुना था। चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी तीन लाख रुपये अपने साथ ले गए। जबकि अन्य पैसों को नहर पटरी के किनारे जमीन के नीचे दबा दिया। दिल्ली पहुंचकर 2.50 लाख रुपये आरोपी मनोज ने अपने पास रखे। जबकि 50 हजार रुपये आनंद ने ले लिए। बंटवारे में आई रकम से मनोज ने एक लाख दो हजार रुपये की मोटर साइकिल और 15 हजार का मोबाइल फोन खरीदा। एक लाख रुपये अपने बैंक खाते में जमा करा दिए थे।

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