अब बीएएमएस की डिग्री बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश, दो फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार, 36 की फर्जी डिग्री की पुष्टि

Close up of a doctors lab white coat.
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देहरादून। एसटीएफ ने बीएएमएस की फर्जी डिग्री लेकर उत्तराखंड में प्रैक्टिस करने वाले गैंग का खुलासा किया है। एसटीएफ ने दो डॉक्टरों और फर्जी डिग्री बेचने के आरोपी मुजफ्फरनगर के कॉलेज के एक संचालक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि फर्जी डिग्री देने वाले राज्य मेडिकल काउंसिल में पंजीकरण की भी जिम्मेदारी लेते थे। एसटीएफ की शुरुआती जांच में 36 लोगों के फर्जी डिग्री लेने की पुष्टि हुई है।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि जांच के आधार पर एसटीएफ ने प्रेमनगर और नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में क्लीनिक चलाने वाले दो बीएएमएस चिकित्सकों और मुजफ्फरनगर के कॉलेज के एक चेयरमैन को गिरफ्तार किया है। आरोपी गैंग संचालकों के खिलाफ नेहरू कॉलोनी थाने में केस दर्ज कराया गया है। कॉलेज संचालक से एसटीएफ ने 102 ब्लैंक डिग्रियां, 48 अलग-अलग कॉलेजों के लिफाफे, 208 अलग-अलग यूनवर्सिटी के लेटर पैड, आठ फर्जी विभिन्न यूनिवर्सिटी की मुहर, तीन डाक्टरों के एनओसी प्रमाण पत्र और बीएएमएस की एक जारी फर्जी डिग्री बरामद की है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्रीतम (43) पुत्र भीम सिंह निवासी अंबीवाला, मूल निवासी रुद्रपुर थाना सहसपुर, मनीष उर्फ मुनीष अली (45) निवासी सुमनपुर, अधोईवाला, रायपुर और इमरान पुत्र इलियास निवासी शेरपुर, मुजफ्फरनगर, यूपी (बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज मुजफ्फरनगर के चेयरमैन) के रूप में हुई है।

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